Jharkhand News: हेमंत सोरेन ने ली सीएम पद की शपथ, नई सरकार के पहले विधानसभा सत्र की तैयारियां

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Jharkhand News: कैबिनेट बैठक में लिए गए सात अहम फैसले


Jharkhand News: हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद अपनी पहली कैबिनेट बैठक में सात बड़े निर्णय लिए। इनमें सबसे महत्वपूर्ण निर्णय 9 दिसंबर से 12 दिसंबर तक नई सरकार का पहला विधानसभा सत्र आयोजित करने का था। इसके पहले मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। इस सत्र में कई नए और ऐतिहासिक पहलू देखने को मिलेंगे।

सत्र में नए विधायकों की प्रभावशाली भागीदारी
इस बार विधानसभा में 20 नए विधायक चुने गए हैं, जो पहली बार सदन का हिस्सा बनेंगे। इनमें पांच महिला विधायक हैं, जिन्होंने पहली बार चुनाव जीतकर इतिहास रचा है। झारखंड विधानसभा के 24 सालों के इतिहास में यह पहली बार है जब महिला विधायकों की संख्या 12 तक पहुंची है, जो अब तक की सबसे अधिक संख्या है।

महिला विधायकों की ऐतिहासिक भागीदारी
महिला विधायकों की बढ़ती संख्या इस बार के सत्र की सबसे खास बातों में से एक है। 12 निर्वाचित महिला विधायकों में से पांच कांग्रेस, चार भाजपा, और तीन जेएमएम से हैं। इनमें से कई महिलाएं अपनी पारिवारिक राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं, जबकि कुछ ने अपने दम पर राजनीति में खास पहचान बनाई है।
झारखंड के गठन के समय, 2000 में विधानसभा में केवल तीन महिला विधायक थीं। 2005 में यह संख्या आठ हुई, 2014 में नौ, और 2019 में दस महिला विधायक चुनी गईं। इस बार का आंकड़ा इन सभी से अधिक है।

नए चेहरों के सामने परीक्षा की घड़ी
चुनावी मैदान में अपने प्रदर्शन से जनता का विश्वास जीतने वाले 20 नए विधायकों के लिए अब असली परीक्षा सदन में होगी। इनमें से अधिकांश भाजपा और जेएमएम के हैं। सदन में उनके तेवर और तर्कशक्ति को परखने के लिए जनता की नजरें टिकी रहेंगी।

पहली बार विधायक बने जयराम महतो पर नजर
जयराम महतो, जो अपने चुनावी तेवरों के लिए जाने जाते हैं, पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं। अपनी पार्टी के इकलौते विधायक होने के कारण सदन में उनका प्रदर्शन खास महत्व रखेगा। दिए गए सीमित समय में वे अपनी बात को कितनी प्रभावी तरीके से रख पाते हैं, यह देखना दिलचस्प होगा।

विधानसभा सत्र से उम्मीदें और संभावनाएं

हेमंत सोरेन सरकार का यह पहला विधानसभा सत्र नई पहल और ऐतिहासिक बदलावों का गवाह बनने जा रहा है। नई सरकार और नए चेहरों से जनता को कई उम्मीदें हैं। अब देखना होगा कि यह सत्र कैसे इन उम्मीदों पर खरा उतरता है।