झारखंड में भारत बंद का मिला जुला असर, रांची में चली कम वाहन

रांची :   लगातार डॉट इंन के अनुसार अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के विरोध में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति और बसपा ने  भारत बंद बुलाया है. कांग्रेस और जेएमएम भी इसका समर्थन कर रही है. इसके कारण झारखंड में भारत बंद का मिला जुला असर देखने को मिल रहा है. बंद समर्थक सड़क पर उतर कर भारत बंद को सफल बनाने में जुट गये हैं. राजधानी रांची की बात करें तो सामान्य दिन की तुलना में आज वाहनों का परिचालन काफी कम है. किशोर गंज चौक में आम दिनों में काफी भीड़ रहती थी. लेकिन आज वाहन तो कम चल ही रहे हैं, सड़क पर लोग भी कम नजर आ रहे हैं. इक्का-दुक्का दुकान छोड़कर सभी दुकानें बंद हैं. बंदी को देखते हुए एहतियातन सभी स्कूलों को पहले ही बंद रखने का आदेश जारी कर दिया था. स्कूल बंद होने की वजह से सड़कों पर स्कूल बसें नहीं दिख रही है. रांची के अलावा अन्य जिलों जैसे हजारीबाग, गिरिडीह, बोकारो, तोपाचांची, झरिया, लातेहार की बात करें तो यहां भी भारत बंद का मिलता जुलता असर देखा जा रहा है. 

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गिरिडीह: गिरिडीह में बंद असरदार है. सड़कों पर गाड़ियां कम दिख रही है.  बड़ी वाहनों का परिचालन पूरी तरह से बाधित है. सभी मार्गो में बंद समर्थक मौजूद है. बोकारो की बात करें तो यहां भी भारत बंद का कोई असर नहीं दिख रहा है. रोड पर सामान्य दिनों की तरह ही ट्रक, बस सहित अन्य गाड़ियां चल रही हैं. बंद समर्थक सड़क पर नहीं उतरे हैं.

धनबाद: भारत बंद धनबाद में व्यापक असर देखने को मिल रहा है. बंद समर्थक धनबाद बरटांड बस स्टेंड, झरिया कतरास मोड़, बस्ताकोला, लोदना मोड़ आदि क्षेत्रों में सड़क पर बांस-बलि लगाकर आवागमन को अवरूद्ध कर दिया है. प्रदर्शकारी दुकानों को बंद करवा रहे हैं. सड़क पर चल रहे वाहनों को वापस भेजा जा रहा है. इधर सुरक्षा को लेकर पुलिस भी मुस्तैद दिख रही है. ऐहतियात के तौर पर धनबाद में अधिकतर निजी स्कूलों को बंद कर दिया गया है. बस का परिचालन पूरी तरह से बंद है. अन्य वाहन भी सड़क पर काफी कम चल रही है. सड़क पर सुबह से ही सन्नाटा देखा जा रहा है.  इधर बंद को देखते हुए रेलवे ने भी रेल पुलिस को अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. रेल पुलिस स्टेशन परिसर पर गस्ति बढ़ा दी है.

तोपचांची: तोपचांची में भी बंद का कोई असर नहीं है. लेकिन क्षेत्र के लगभग सभी प्राइवेट स्कूलों को बंद रखा गया है, ताकि किसी प्रकार का कोई अप्रिय घटना विधार्थियों के साथ ना हो जाये. इधर तोपचांची नेशनल हाईवे को भीम आर्मी, राजद और जेबीकेएसएस कार्यकर्ताओं ने जाम कर दिया है. जिसकी वजब से एनएच पर वाहनों की लंबी  कतारें लग गयी है.

झरिया: झरिया की बात करें तो यहां भी बंद का कोई असर नहीं है. सभी दुकाने खुली हैं. छोटे वाहन जैसे बाइक, ऑटो- ई रिक्शा आदि चल रहे हैं. एहतियात के तौर पर स्कूल व कॉलेजों में छुट्टी दे दी गयी है. हालांकि बंद समर्थक सड़क पर बैठे हैं. जिसकी वजह से सड़क पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. झरिया-सिंदरी मुख्य मार्ग बस्ताकोला के समक्ष बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर दिया है. इसकी वजह से करीब दो घंटे से आवागमन पूरी तरह बाधित है. सूचना पर सिंदरी डीएसपी, झरिया सीओ सहित कई थाना की पुलिस मौके पर पहुंची है. पुलिस ने कुछ बंद समर्थकों हिरासत में लिया है.

बाघमारा: वहीं बाघमारा, हरीना चौक, डुमरा में सुबह से ही भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है. बंद समर्थकों ने सड़क जाम कर दी है. इसके अलावा कतरास के श्याडीह चौक में कांग्रेस नेता राजेश राम के नेतृत्व में बंद समर्थकों ने टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं . इधर कतरास बाजार पंचगढ़ी बाजार में अभी तक बंदी का कोई असर देखने को नहीं मिल रहा है.

हजारीबाग: हजारीबाग की बात करें तो शहर के अलावा आसपास क्षेत्र में भी भारत बंद का मिलता जुलता असर देखा जा रहा है. कहीं सड़कों पर छोटे वाहन चल रहे हैं. वहीं कहीं सन्नाटा पसरा है.

रामगढ़: भारत बंद का रामगढ़ में व्यापक असर देखने को मिल रहा है.  सुभाष चौराहे पर बंद समर्थक सड़क पर उतरकर एनएच -23 को पूरी तरह बाधित कर दिया है. सड़कों पर वाहनों की कतारें लग गयी हैं. जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बंदी का असर दिख रहा है.

लोहरदगा: लोहरदगा में सुबह 10:00 बजे तक भारत बंद का आंशिक असर देखने को मिला. लोहरदगा जिला प्रशासन बंद को लेकर पूरी तरह से अलर्ट पर है. डीसी डॉ वाघमारे प्रसाद कृष्ण और एसपी हारिस बिन जमां के निर्देशानुसार चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती की गयी है. बाजारों में भी रौनक बरकरार है और सड़कों पर छोटे वाहनों का फर्राटे दौड़ जारी है.  सभी प्रतिष्ठान और दुकानें खुली हुई है. हर चौक-चौराहे पर पुलिस बल कड़ी निगरानी रख रहे हैं. दरअसल बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक फैसले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के कोटे में कोटा दिये जाने को मंजूरी दी थी. कोर्ट ने कहा था कि SC-ST कैटेगरी के भीतर नई सब कैटेगरी बना सकते हैं और इसके तहत अति पिछड़े तबके को अलग से रिजर्वेशन दे सकते हैं. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी आरक्षण में क्रीमी लेयर लागू करने के लिए भी कहा है.