भारत साधु-संतों एवं ऋषि-मुनियों का देश:सांसद
कतरास: कार्यक्रम को संबोधित करते हुए धनबाद सांसद पीएन सिंह ने महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवनी पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि के दिन महर्षि दयानंद सरस्वती को ज्ञान प्राप्त हुआ था. उन्होंने चारों वेद को सत्य मान और कहा कि यह देश साधु संतों एवं ऋषि मुनियों का देश रहा है. 300 साल के कालखंड में स्वामी दयानंद सरस्वती आये स्वामी विवेकानंद, गुरु नानक देव, तुलसीदास एवं समाज सुधारक राजा राममोहन राय ने अपने मूल स्वरूप से अपने संस्कार और संस्कृति बरकरार रखने का प्रयास किया. जब देश में धर्म परिवर्तन किया जा रहा था तब उन्होंने धर्म परिवर्तन रोकने में अहम भूमिका निभाई थी.
कतरास: महर्षि दयानंद सरस्वती के 200 वीं जयंती पर आर्य समाज कतरासगढ़ के द्वारा शनिवार को डीएवी उच्च विद्यालय में दो दिवसीय महर्षि दयानंद सरस्वती ज्ञान ज्योति महोत्सव सह आर्य महासम्मेलन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में धनबाद सांसद पीएन सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता कतरास आर्य समाज के प्रधान डॉ मृणाल ने किया. कार्यक्रम के पूर्व सद्भावना यात्रा निकाली गई. तत्पश्चात विद्यालय अग्निहोत्र हवन यज्ञ का आयोजन किया गया जिसमें हज़ारीबाग, धनबाद, कतरास आदि अन्य स्थानों से आर्य समाज एवं गुरुकुल के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. विद्यालय के छात्राओं ने स्वागत गान एवं रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया. कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथि के हाथों स्वामी दयानंद सरस्वती जीवनी पर स्मारिका का लोकार्पण किया गया. मौके पर पूर्व सांसद रविंद्र पांडेय, टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, आर्य समाज के उप प्रधान वरुण बिहारी आर्य, संजय पोद्दार, काशीनाथ आर्य,हजारीबाग गुरुकुल के प्रधान आर्य कोटिल,आर्य समाज के पूर्व मंत्री सूरज देव चौधरी, भाजपा महुदा मंडल अध्यक्ष शेखर सिंह, अधिवक्ता दीपनारायण भट्टाचार्य, प्रभात मिश्रा, राजेंद्र प्रसाद राजा, फिरोज राजा, राजकुमार प्रमाणिक, यश चावडा, पूर्ण चंद्र आर्य, सुरेश शर्मा, निमाई मुखर्जी, रणधीर ठाकुर, जनतांत्रिक मोर्चा के जिला अध्यक्ष उदय कुमार सिंह, चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के सचिव मनोज गुप्ता, श्रवण खेतान, रविंद्र विजन, मनबोध स्वर्णकार, अमित कुमार भगत, चिरंजीवी प्रमाणिक, सोनू शर्मा, बबलू बनर्जी, कमलेश सिंह, उमाकांत तिवारी, विद्यानंद झा, उमेश ऋषि, सुरेश महतो व विद्यालय के छात्राएं एवं शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थे.