Malayalam Actor Siddique Goes Missing After HC Denies Bail in Molestation Case: 2016 में एक महिला अभिनेत्री द्वारा दायर बलात्कार के मामले में केरल हाई कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। इसके बाद, पुलिस ने सिद्दीकी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है, ताकि वह देश छोड़कर न भाग सकें। आरोपों के अनुसार, सिद्दीकी ने पीड़िता के चरित्र हनन की कोशिश की थी और पुलिस का कहना है कि उनकी हिरासत में पूछताछ आवश्यक है।
मलयालम अभिनेता सिद्दीकी हाल ही में एक गंभीर कानूनी विवाद में फंसे हैं। 2016 में एक महिला अभिनेत्री द्वारा दायर बलात्कार के मामले में केरल हाई कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है। इसके बाद, पुलिस ने सिद्दीकी के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है, ताकि वह देश छोड़कर न भाग सकें। आरोपों के अनुसार, सिद्दीकी ने पीड़िता के चरित्र हनन की कोशिश की थी और पुलिस का कहना है कि उनकी हिरासत में पूछताछ आवश्यक है। फिलहाल, वह फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
सिद्दीकी के मामले में केरल हाई कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया है, जिससे उनकी गिरफ्तारी की संभावनाएँ बढ़ गई हैं। इस केस की शिकायतकर्ता, जो स्वयं एक अभिनेत्री हैं, ने सिद्दीकी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अदालत ने आरोपों को गंभीर मानते हुए कहा कि सिद्दीकी की कस्टोडियल पूछताछ जरूरी है। इसके बाद, पुलिस ने अभिनेता के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है और उनके फोन भी बंद पाए गए हैं।
शिकायतकर्ता ने कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है और न्याय की उम्मीद जताई है। वहीं, पुलिस सिद्दीकी की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है, ताकि वह न्याय से बच न सकें। पुलिस की एक टीम तिरुवनंतपुरम से कोच्चि के लिए रवाना हो चुकी है, जहां सिद्दीकी के होने की संभावना है।
इस मामले को लेकर मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में भी काफी हलचल है, क्योंकि सिद्दीकी को एक प्रतिष्ठित अभिनेता माना जाता है और उनके खिलाफ ऐसे आरोपों ने सभी को चौंका दिया है। इंडस्ट्री से जुड़े लोग और उनके फैंस इस मामले में आगे की कार्यवाही पर नज़र बनाए हुए हैं।
सिद्दीकी ने अपनी जमानत याचिका में इन आरोपों को निराधार बताया था, लेकिन कोर्ट ने उनके तर्कों को खारिज कर दिया। इस मामले में पुलिस का कहना है कि उन्हें सिद्दीकी की हिरासत में पूछताछ करनी है ताकि इस मामले में सभी पहलुओं की सही जांच की जा सके।
यह मामला सिर्फ कानूनी नहीं, बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि ऐसे मामलों में सच्चाई और न्याय की उम्मीद करना सभी का अधिकार है। अब देखना यह होगा कि आगे की कार्यवाही किस दिशा में जाती है और सिद्दीकी इस आरोप का सामना कैसे करते हैं।