National News || संसद परिसर में गुरुवार सुबह हुई धक्का-मुक्की की घटना ने राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है। भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत के घायल होने के मामले में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने गंभीर धाराओं के तहत राहुल गांधी पर मामला दर्ज किया है। वहीं, कांग्रेस ने इस घटना को भाजपा की सुनियोजित साजिश बताते हुए अपने नेताओं के साथ दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है।
भाजपा सांसदों का आरोप: राहुल गांधी जिम्मेदार
सारंगी और राजपूत के घायल होने का मामला
ओडिशा के बालासोर से भाजपा सांसद प्रताप सारंगी ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि उन्होंने एक सांसद को धक्का दिया, जो उनके ऊपर गिर गया। इस घटना में सारंगी के सिर में चोट आई और फर्रुखाबाद के सांसद मुकेश राजपूत भी घायल हो गए। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
भाजपा ने राहुल गांधी पर हमला तेज करते हुए कहा कि संसद परिसर में हिंसक व्यवहार लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है। भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने राहुल गांधी के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करवाई।
राहुल गांधी के खिलाफ लगाए गए आरोप
राहुल गांधी पर जिन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, उनमें प्रमुख हैं:
- धारा 109: हत्या का प्रयास।
- धारा 115: चोट पहुंचाने के इरादे से काम करना।
- धारा 117: जान-बूझकर गंभीर चोट पहुंचाना।
- धारा 125: निजी सुरक्षा को खतरे में डालना।
- धारा 131: धक्का देना और डराना-धमकाना।
- धारा 351: धमकी देना।
कांग्रेस का पलटवार: भाजपा पर साजिश का आरोप
भाजपा की सुनियोजित साजिश बताई
कांग्रेस ने इस मामले में पलटवार करते हुए भाजपा पर संसद परिसर में “गुंडागर्दी” का आरोप लगाया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह, राजीव शुक्ला और प्रमोद तिवारी ने शिकायत दर्ज कराई कि भाजपा सांसदों ने न केवल उनके साथ दुर्व्यवहार किया बल्कि उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश भी की।
राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा,
“भाजपा सांसदों ने मुझे संसद में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की और मेरे साथ धक्का-मुक्की की। यह सब भाजपा की सुनियोजित साजिश का हिस्सा है, ताकि विपक्ष की आवाज दबाई जा सके।”
आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी
संसद परिसर में हुई इस घटना ने राजनीतिक बवाल मचा दिया है। एक तरफ भाजपा राहुल गांधी पर गंभीर आरोप लगा रही है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस इसे लोकतंत्र और विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास बता रही है। अब देखना होगा कि इस मामले में जांच और कानूनी कार्रवाई से क्या परिणाम सामने आते हैं।