Palamu News || पलामू, 7 जनवरी 2025 – गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज (जीईसी) पलामू के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आज एआईसीटीई-एटीएएल प्रायोजित फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (FDP) का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम का विषय है “स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण स्थिरता (CEES-2025)”, जो 6 जनवरी से 11 जनवरी 2025 तक आयोजित होगा। पांच दिवसीय यह कार्यक्रम स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण स्थिरता से जुड़े मौजूदा मुद्दों पर गहन चर्चा, विशेषज्ञ व्याख्यान, और प्रायोगिक प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
उद्घाटन सत्र: प्रमुख वक्ताओं और उनके विचार
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र का समन्वय डॉ. अभिषेक शर्मा (सहायक प्रोफेसर, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग, जीईसी पलामू) ने किया। स्वागत भाषण प्रो. संजय कुमार सिंह (प्राचार्य, जीईसी पलामू) ने दिया। इसके बाद मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख, डॉ. पंकज कुमार, ने विभाग की सतत इंजीनियरिंग में योगदान पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो. आर. प्रकाश (प्रोफेसर, वीआईटी वेल्लोर) ने अपने प्रेरणादायक उद्घाटन संबोधन में वैश्विक पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए स्वच्छ और स्थिर ऊर्जा समाधानों को अपनाने के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम का समापन डॉ. मुरली मनोहर (एफडीपी के सह-समन्वयक और सहायक प्रोफेसर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग, जीईसी पलामू) के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
पहले दिन की प्रमुख गतिविधियां
एफडीपी के पहले दिन दो महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किए गए:
- सत्र 1:
- वक्ता: प्रो. आर. प्रकाश (प्रोफेसर, वीआईटी वेल्लोर)
- विषय: हाइड्रोथर्मल लिक्वेफैक्शन – वर्तमान बायोफ्यूल उत्पादन के लिए एक स्थायी तकनीक: अवसर, चुनौतियां और भविष्य की संभावनाएं
- प्रो. प्रकाश ने बायोफ्यूल उत्पादन की इस प्रगतिशील तकनीक पर चर्चा की और इसके मौजूदा अवसरों, तकनीकी चुनौतियों और भविष्य की संभावनाओं पर प्रकाश डाला।
- सत्र 2:
- वक्ता: श्री प्रभोध रंजन पाधी (पूर्व मुख्य महाप्रबंधक, राउरकेला स्टील प्लांट, सेल)
- विषय: स्थिरता, जलवायु परिवर्तन और इसके निवारण के उपाय
- श्री पाधी ने स्थिरता प्रथाओं, जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभावों और इसके निवारण के व्यावहारिक समाधानों पर अपने व्यापक अनुभव साझा किए।
एफडीपी का उद्देश्य और आगे की योजना
यह कार्यक्रम प्रतिभागियों को स्वच्छ ऊर्जा समाधान, जैव ईंधन उत्पादन में प्रगति, और जलवायु परिवर्तन से निपटने की रणनीतियों पर गहन जानकारी प्रदान करता है। 11 जनवरी 2025 तक चलने वाले इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ व्याख्यान, इंटरैक्टिव चर्चाएं और वर्कशॉप आयोजित की जाएंगी। इसका उद्देश्य संकाय सदस्यों और शोधकर्ताओं को उन्नत ज्ञान और कौशल प्रदान करना है, जिससे वे वैश्विक स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण स्थिरता आंदोलन में प्रभावी योगदान दे सकें।
एसईओ फ्रेंडली FAQs
- एफडीपी का मुख्य उद्देश्य क्या है?
स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण स्थिरता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा कर संकाय और शोधकर्ताओं को उन्नत प्रशिक्षण प्रदान करना। - कार्यक्रम का आयोजन कहां किया गया है?
यह कार्यक्रम गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज (जीईसी), पलामू में आयोजित किया जा रहा है। - मुख्य अतिथि कौन थे और उन्होंने क्या विषय उठाया?
मुख्य अतिथि प्रो. आर. प्रकाश (वीआईटी वेल्लोर) थे, जिन्होंने स्वच्छ ऊर्जा समाधानों के महत्व पर जोर दिया। - कार्यक्रम की अवधि क्या है?
यह पांच दिवसीय कार्यक्रम 6 जनवरी से 11 जनवरी 2025 तक चलेगा।
इस कार्यक्रम ने स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरणीय स्थिरता के क्षेत्र में नई संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए एक मजबूत मंच प्रदान किया है।