Ranchi Air Show: नामकुम आर्मी ग्राउंड में हॉक पायलट्स का रोमांचक प्रदर्शन, रविवार को भी जारी रहेगा शो
Ranchi Air Show: रांची के नामकुम के खोजा टोली स्थित आर्मी ग्राउंड में शनिवार को एक रोमांचकारी दृश्य देखने को मिला जब भारतीय वायुसेना के ट्रेंड पायलट्स ने हॉक विमान से अद्भुत हवाई करतबों का प्रदर्शन किया। एक घंटे तक चले इस एयर शो में आसमान में फ्लाइंग पोजिशन में तिरंगे की आकृति बनाई गई, जिसे देखकर दर्शक दंग रह गए। खास बात यह रही कि पायलट्स ने सिर्फ 5 मीटर की दूरी मेंटेन करते हुए यह करतब दिखाए, जो बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है।
डीएनए मनोहर, लूप और क्रॉस – हॉक विमान की अनोखी उड़ान
हॉक विमान के ज़रिए पायलट्स ने डीएनए मनोहर, लूप और क्रॉस जैसे कई हैरतअंगेज हवाई करतब दिखाए, जिससे दर्शकों का उत्साह चरम पर पहुंच गया। इन करतबों के दौरान विमान कभी एक साथ उड़ते नजर आए तो कभी अलग-अलग दिशाओं से आकृतियाँ बनाते हुए दिखाई दिए। इन उड़ानों में बारीकी, तालमेल और तकनीकी दक्षता की अद्वितीय मिसाल देखने को मिली।
9 विमानों की सिंक्रोनाइज़ फ्लाइंग, आसमान में बनी विशेष आकृतियाँ
एयर शो को दो भागों में बांटा गया था। पहले भाग में 9 हॉक विमान एक साथ उड़ान भरते हुए सिंक्रोनाइज़ फॉर्मेशन में तिरंगे की आकृति बनाते दिखे। ये सभी विमान महज 5 मीटर की दूरी बनाकर एकसाथ उड़ान भरते रहे। दूसरे भाग में इन विमानों ने अलग-अलग दिशाओं से उड़ान भरते हुए विभिन्न आकृतियाँ आसमान में उकेरीं। इनमें उलटी उड़ान और तेज़ गति से ग्रुप डिस्पर्सल जैसे करतब भी शामिल थे।
6 महीने की कड़ी ट्रेनिंग से तैयार की गई टीम
इस जबरदस्त प्रदर्शन के पीछे महीनों की मेहनत छिपी है। टीम के पायलट्स ने लगातार 6 महीने तक कठिन अभ्यास कर इस एयर शो के लिए खुद को तैयार किया है। एक-एक मूवमेंट को बारीकी से फाइन-ट्यून किया गया ताकि लाइव प्रदर्शन में कोई चूक न हो और दर्शकों को सर्वोत्तम अनुभव मिल सके।
निष्कर्ष
रांची में रोमांच और गर्व का संगम बना एयर शो
नामकुम आर्मी ग्राउंड में आयोजित रांची एयर शो न सिर्फ एक दृश्यात्मक अनुभव था, बल्कि यह भारतीय वायुसेना की निपुणता, अनुशासन और तकनीकी कौशल का जीवंत उदाहरण भी रहा। तिरंगे की आकृति, उलटी उड़ानें और सटीक फॉर्मेशन ने दर्शकों को देशभक्ति और रोमांच दोनों से भर दिया। अगर आपने यह शो मिस कर दिया है, तो रविवार को एक और मौका है इस अद्भुत अनुभव को देखने का – जहां आसमान बनता है गर्व और गौरव का रंगमंच।