September 23, 2023

SINDRI | डीएवी पब्लिक स्कूल सिंदरी धनबाद के बच्चों ने संथाल हूल के महान विभूतियों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। बच्चों ने पुष्पांजलि देते हुए उनके वीरता पूर्ण संघर्ष के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर बच्चों को संबोधित करते हुए प्राचार्य आशुतोष कुमार ने कहा कि 30 जून 1855 को अंग्रेजी हुकूमत के बढ़ते शोषण और उत्पीड़न के विरुद्ध सिद्धों, कान्ह, चांद, भैरों, फूलो, झानों के नेतृत्व में तत्कालीन दामिनी एकोह वर्तमान संथाल परगना के भोगनाडीह गांव से एक संगठित विद्रोह का शंखनाद हुआ था। संथाल विद्रोह में एकजुटता के साथ अंग्रेजी शासन के दमनकारी नीतियों के खिलाफ एक स्वर में किए गए विरोध तथा इस महान संग्राम के तपिश और आक्रोश को हूल कहा गया। सिद्धों, कान्हू, चांद, भैरों, फूलो, झानों और इस विद्रोह में शहीद हुए साहसिक बलिदानियों को झारखंड वासियों द्वारा स्मरण करते हुए हर वर्ष 30 जून को हूल दिवस मनाया जाता है। इस ऐतिहासिक विद्रोह में आदिवासियों और मूल वासियों ने ब्रिटिश हुकूमत के विरुद्ध जंगल और जमीन पर अपने अधिकार स्थापित करने के लिए जिस प्रकार सर्वस्व न्योछावर किया था। कालांतर में अंग्रेजी पराधीनता के खिलाफ और उत्तरवर्ती आंदोलनों के लिए भी संथाल हूल समाज में शोषण, उत्पीड़न तथा पलायन के विरुद्ध संगठित होकर एवं चरणबद्ध ढंग से आंदोलन के लिए हमें प्रेरणा दी है। उन्होंने कहा कि आदिवासी मूल अब अपनी पहचान बना ली है। शिक्षा,कृषि पशुपालन, ग्राम स्वरोजगार आदि के लिए उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए।खेल शिक्षक अमित कुमार और शिवानी सिंह के द्वारा बच्चों में फुटबाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता अंतः सदनीय हुई । जिसमें रामानुजन सदन प्रथम, स्थान पर रहा। इस सदन ने 1 गोल से दयानंद सदन को हराया। इस अवसर पर अमित सिंह, शिवानी सिंह, पूजा सिंह,सच्ची सिंह, उर्मिला सिंह, मुकेश कुमार, बृज किशोर द्विवेदी, नेहा सिंह, आदि शिक्षक और शिक्षिकाएं मौजूद थे।

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