सोने और चांदी की कीमतों में उछाल: सोने की कीमत ने नया रिकॉर्ड बनाया
सोने और चांदी की कीमतों में उछाल: इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अनुसार, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत में 3,330 रुपए का इजाफा हुआ है, और अब यह 1 लाख रुपए के स्तर तक पहुंच गई है। इससे पहले 10 ग्राम सोने की कीमत 96,670 रुपए थी।
चांदी की कीमत में गिरावट
वहीं, चांदी की कीमत में गिरावट आई है। एक किलो चांदी की कीमत 342 रुपए घटकर 95,900 रुपए प्रति किलो हो गई है, जबकि इससे पहले चांदी का भाव 96,242 रुपए प्रति किलो था। 28 मार्च को चांदी ने 1,00,934 रुपए का ऑल टाइम हाई रेट बनाया था।
ट्रेड वॉर और मंदी की आशंका
अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी के कारण ट्रेड वॉर का खतरा बढ़ा है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर पर असर पड़ सकता है। इसके साथ ही वैश्विक मंदी की आशंका भी बढ़ गई है, और ऐसे में लोग सोने में अपना निवेश बढ़ा रहे हैं। सोने को मंदी के समय एक सुरक्षित निवेश माना जाता है।
रुपये की कमजोरी से सोने की कीमतों में तेजी
डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया कमजोर हुआ है, जिसके कारण सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी हुई है। जब रुपया कमजोर होता है, तो इम्पोर्टेड वस्तुएं महंगी हो जाती हैं, जिससे सोने की कीमत पर दबाव बढ़ता है। इस साल रुपया लगभग 4 प्रतिशत कमजोर हुआ है, जो सोने की कीमतों में वृद्धि का एक कारण बन रहा है।
शादियों के मौसम में सोने की मांग में वृद्धि
इस समय शादियों का मौसम शुरू हो चुका है, और इसके कारण सोने के गहनों की मांग बढ़ गई है। मुंबई, दिल्ली और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में ज्वेलर्स ने बताया कि ऊंची कीमतों के बावजूद बिक्री में तेजी है। लोग सोने को न सिर्फ एक निवेश, बल्कि समृद्धि का प्रतीक मानते हैं।
111 दिन में सोना 23,838 रुपए महंगा हुआ
2023 के शुरुआत से अब तक, यानी 1 जनवरी से लेकर आज तक, 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत में 23,838 रुपए का इजाफा हुआ है, जो पहले 76,162 रुपए थी और अब 1 लाख रुपए पर पहुंच गई है। चांदी की कीमत भी 86,017 रुपए प्रति किलो से बढ़कर 95,900 रुपए प्रति किलो हो गई है।
सोने की कीमत 1.10 लाख तक जा सकती है
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर और मंदी की आशंकाओं के कारण इस साल सोने की कीमत 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती है। इंटरनेशनल रेट के हिसाब से भारत में 10 ग्राम सोने की कीमत 1.10 लाख रुपए तक जा सकती है, जैसा कि गोल्डमैन सैक्स द्वारा अनुमानित किया गया है।
सोने की कीमतों में यह उतार-चढ़ाव निवेशकों और आम नागरिकों दोनों के लिए अहम संकेतक बने हुए हैं, खासकर जब वैश्विक स्थिति अनिश्चित हो।