Sunil Gavaskar Blasts Gautam Gambhir & Coaching Staff || भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने टीम के खिलाड़ियों को अपनी तकनीकी कमियों को दूर करने के लिए रणजी ट्रॉफी में खेलने की सलाह दी है। उनका मानना है कि घरेलू क्रिकेट में खेलने से खिलाड़ियों को अपनी गलतियों को सुधारने और मजबूत तकनीक विकसित करने का अवसर मिलेगा।
रणजी ट्रॉफी खेलने की जरूरत
गावस्कर ने कहा कि न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय बल्लेबाजों की असफलता का कारण उनकी तकनीकी खामियां थीं। भारतीय टीम को न्यूजीलैंड के खिलाफ अपनी ही धरती पर 0-3 से और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-3 से हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने यह भी कहा कि 23 जनवरी से शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी के अगले दौर में सभी फिट खिलाड़ियों को हिस्सा लेना चाहिए।
गावस्कर ने साफ शब्दों में कहा, “जो खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में खेलने से बचने के लिए बहाने बनाते हैं, उन्हें भारतीय टीम में जगह नहीं मिलनी चाहिए।”
कोच और टीम प्रबंधन का सख्त रवैया जरूरी
गावस्कर ने भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर से आग्रह किया कि ऐसे खिलाड़ियों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाएं जो घरेलू क्रिकेट खेलने से बचते हैं। उन्होंने कहा,
“गंभीर को खिलाड़ियों से कहना चाहिए कि अगर तुम प्रतिबद्ध नहीं हो, तो टीम में तुम्हारे लिए कोई जगह नहीं है। घरेलू क्रिकेट खेलना आवश्यक है।”
घरेलू क्रिकेट का महत्व
गावस्कर ने जोर देकर कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को अपनी तकनीकी कमजोरियों को सुधारने के लिए घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया सीरीज में भारतीय बल्लेबाजों द्वारा की गई गलतियां घरेलू क्रिकेट से ही ठीक की जा सकती हैं।
गावस्कर ने आगामी 2025-2027 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र के लिए रणजी ट्रॉफी जैसे टूर्नामेंटों को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा,
“भारत को अब युवा खिलाड़ियों जैसे यशस्वी जायसवाल और नितीश कुमार रेड्डी पर अधिक ध्यान देना चाहिए। ये खिलाड़ी टीम और देश के लिए प्रदर्शन करने के लिए भूखे हैं। ऐसे ही खिलाड़ियों की हमें आवश्यकता है।”
निष्कर्ष
सुनील गावस्कर की यह सलाह भारतीय क्रिकेटरों के लिए एक स्पष्ट संदेश है कि घरेलू क्रिकेट में खेलने से न केवल उनके खेल में सुधार होगा, बल्कि इससे टीम इंडिया को एक मजबूत और स्थिर आधार मिलेगा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कितने खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लेकर अपने खेल को सुधारते हैं और भारतीय टीम में अपनी जगह पक्की करते हैं।