World History in Today || आज का भारत का इतिहास: 03 दिसंबर

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World History in Today || भारत का इतिहास अनेक महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा पड़ा है, और 03 दिसंबर का दिन भी कुछ ऐसे ही यादगार क्षणों का गवाह रहा है। आइए, इस दिन से जुड़े महत्वपूर्ण ऐतिहासिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक पहलुओं पर एक नजर डालें।

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  1. ऐतिहासिक घटनाएं

(अ) भारत-पाकिस्तान युद्ध (1971)

03 दिसंबर 1971 को भारत और पाकिस्तान के बीच तीसरा युद्ध शुरू हुआ। यह युद्ध बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए लड़ा गया। पाकिस्तान ने भारत के कई हवाई ठिकानों पर हमला किया, जिसके जवाब में भारत ने ‘ऑपरेशन ट्राइडेंट’ शुरू किया। यह युद्ध भारतीय सेना की एक बड़ी जीत के साथ समाप्त हुआ।

(ब) भारतीय रेलवे का योगदान (1909)

1909 में 03 दिसंबर को भारतीय रेलवे ने पहली बार बिजली चालित ट्रेन का संचालन किया। यह आधुनिक भारत के विकास की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि थी।

  1. प्रमुख व्यक्तित्वों का योगदान

(अ) डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म (1884)

भारत के पहले राष्ट्रपति और महान स्वतंत्रता सेनानी डॉ. राजेंद्र प्रसाद का जन्म 03 दिसंबर 1884 को हुआ। उन्होंने भारत के संविधान के निर्माण में अहम भूमिका निभाई और भारतीय राजनीति में नैतिकता का उदाहरण प्रस्तुत किया।

(ब) शिवराम राजगुरु का जन्मदिन (1908)

शिवराम राजगुरु, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के वीर योद्धा, का जन्म 03 दिसंबर 1908 को हुआ। भगत सिंह और सुखदेव के साथ उन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए।

  1. पर्यावरण और जागरूकता

(अ) भोपाल गैस त्रासदी (1984)

03 दिसंबर 1984 को मध्यप्रदेश के भोपाल में यूनियन कार्बाइड के कारखाने से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस के रिसाव ने हजारों लोगों की जान ले ली। यह विश्व की सबसे भीषण औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक मानी जाती है।

  1. सांस्कृतिक और साहित्यिक महत्व

(अ) विश्व विकलांगता दिवस

03 दिसंबर को विश्व विकलांगता दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों और उनके सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ावा देना है।

(ब) साहित्य के क्षेत्र में योगदान

इस दिन कई साहित्यकारों और कवियों ने भारत को अपनी रचनाओं से समृद्ध किया। 03 दिसंबर को कई काव्य संग्रह और उपन्यास प्रकाशित हुए, जो भारतीय साहित्य में मील का पत्थर साबित हुए।

03 दिसंबर का दिन भारत के इतिहास में वीरता, बलिदान, प्रगति और सीखने के लिए प्रेरित करता है। यह दिन हमें अपने इतिहास से प्रेरणा लेने और भविष्य के लिए एक बेहतर समाज का निर्माण करने का संदेश देता है।

“इतिहास केवल अतीत की गाथा नहीं, बल्कि भविष्य की नींव है।”