Notice: Function _load_textdomain_just_in_time was called incorrectly. Translation loading for the rank-math domain was triggered too early. This is usually an indicator for some code in the plugin or theme running too early. Translations should be loaded at the init action or later. Please see Debugging in WordPress for more information. (This message was added in version 6.7.0.) in /home/u290043134/domains/vartasambhav.com/public_html/wp-includes/functions.php on line 6114
17वीं पुण्यतिथि पर याद किए योगेश्वर प्रसाद योगेश, धनबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह ने कहा-सादगी, शालीनता व ईमानदारी की मिसाल थे योगेश्वर प्रसाद योगेश: अनुपमा सिंह

17वीं पुण्यतिथि पर याद किए योगेश्वर प्रसाद योगेश, धनबाद लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह ने कहा-सादगी, शालीनता व ईमानदारी की मिसाल थे योगेश्वर प्रसाद योगेश: अनुपमा सिंह

Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now
WhatsApp Channel Join WhatsApp

धनबाद। शुक्रवार 31 मई को राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग के पूर्व सदस्य, पूर्व सांसद सह पूर्व मंत्री स्वर्गीय योगेश्वर प्रसाद योगेश की 17वीं पुण्यतिथि मनाई गई। कनकनी स्थत योगेश्वर प्रसाद योगेश स्मृति मंच के लाइब्रेरी भवन में आयोजित समारोह अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस के रामगोपाल भुवानियां ने की।

समारोह की मुख्य अतिथि धनबाद लोकसभा क्षेत्र की कांग्रेस प्रत्याशी स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद सिंह की पुत्रवधू अनुपमा सिंह ने स्वर्गीय प्रसाद की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मौके पर श्रीमती सिंह ने कहा कि योगेश्वर प्रसाद योगेश सादगी, ईमानदारी, शालीनता के धनी थे। सादगी से परिपूर्ण उनके जीवन शैली महान थी। आज के युवाओं को उनके रास्ते पर चने की जरूरत है। वे संगठित व असंगठित मजदूरों एवं प्रवासी मजदूरों की समस्या को प्रखरता से उठाते थे। दिवंगत दलितों पिछड़ों एवं मजदूरों के मसीहा थे। कांग्रेस प्रत्याशी अनुपमा सिंह ने कहा कि अपने काल में श्रमिक प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की लड़ाई लड़ी एवं उनकी बेहतर जिंदगी के लिए कई सुझाव केंद्र सरकार को दिए। राष्ट्रीय वेतन नीति बनाये जाने की वकालत की थी ताकि संगठित और असंगठित मजदूरों की बीच के अंतर को पाटा जा सके। संगठित क्षेत्र के महिला तथा पुरुष मजदूरों की मजदूरी में समानता लाई जाए। नए उद्योग लगाकर श्रमिकों के पलायन को रोकना, बाल श्रमिकों को शिक्षित करना आदि उनकी विचार धारा उनकी कमी को हमसभी को महसूस कराता रहेगा। पूर्व मंत्री सह झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने योगेश बाबू को महामानव बताया। उन्होंने कहा कि योगेश जी जीवन पर्यंत गरीब, कमजोर, शोषित लोगों की लड़ाई लड़ते रहे। वह एक सिद्धांतवादी नेता थे। पूर्व मंत्री मन्नान मलिक ने स्वर्गीय योगेश बाबू को अभिभावक व गांधी वादी नेता बताया। प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष अभिजीत राज ने कहा कि योगेश बाबू में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं था। धनबाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष संतोष सिंह ने कहा कि योगेश बाबू जैसे व्यक्तित्व राजनीतिक में दुर्लभ ही होते हैं। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में शकील अहमद, सतपाल सिंह ब्रोका, लक्ष्मण तिवारी, रवि चौबे, अक्षयवर प्रसाद, राजेंद्र चौहान, सिपाही चौहान, राजकुमार महतो, असलम मंसूरी, मानस चटर्जी रामचंद्र शर्मा, कमल चौहान, प्रीतम रवानी, बिंदु यादव, विशाल रावत, उदय गुप्ता, पवन कुमार सोमेन घोष, मनोज चौहान, संदेश चौहान, हीरालाल चौहान इत्यादि शामिल हैं। मंच के अध्यक्ष राजीव रंजन योगेश ने कहा योगेश जी बराबर सेवा का भाव रखते थे। उन्होंने गलत तत्व के आगे कभी घुटने नहीं टेके। राजीव ने यह बातें दिल्ली से मोबाइल पर कही। धन्यवाद ज्ञापन कमलेश चौहान ने किया।