पर्यावरण संरक्षण में बीसीसीएल का असहयोगात्मक रवैया, पौधा देने से किया इंकार, पर्यावरण संरक्षण के नाम पर बीसीसीएल कर रही है धोखा: अखलाक

धनबाद: झरिया देश का सबसे प्रदूषित शहर में शुमार है । वायु प्रदूषण से लोग त्रस्त हैं किन्तु झरिया में बीसीसीएल के द्वारा पर्यावरण संरक्षण के नाम पर पौधा रोपण भी नही हो रहा है । यहां तक कि गैर सरकारी संगठनों द्वारा पौधा मांगने पर पौधा देने से इंकार किया जा रहा है । गुरुवार को आर एस पी कॉलेज के समीप सड़क किनारे पौधा लगाने के उद्देश्य से ग्रीन लाइफ झरिया के संयोजक डॉ मनोज सिंह एवम् यूथ कॉन्सेप्ट के संयोजक अखलाक अहमद पौधा के लिए बस्ताकोला बीसीसीएल के नर्सरी में गए । वहां उपस्थित नर्सरी इंचार्ज अनिमेष घोष ने पौधा देने से इंकार कर दिया । बीसीसीएल कर्मचारी अनिमेष घोष ने कहा की आम लोगों को पौधा नही दे सकते । ग्रीन लाइफ के डॉ मनोज सिंह ने कहा कि झरिया में धूल कण की वर्षा होती है । वायु प्रदूषण के कारण लोग गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं । इस स्थिति में झरिया शहर में बृहत पैमाने पर पौधारोपण करनी चाहिए थी । किंतु पेड़ लगाने की बात कौन करे पौधा देना भी मुनासिब नहीं समझ रही बीसीसीएल । यह गंभीर बात है की बरसात समाप्ति की ओर है अभी तक बस्तकोला क्षेत्र में प्लानिंग हो रही है ।
यूथ कॉन्सेप्ट के संयोजक अखलाक अहमद ने कहा की बीसीसीएल के आउट सोर्सिंग के कारण झरिया में नारकीय स्थिति है । उसपर पर्यावरण संरक्षण में असहयोग करना बर्दास्त से बाहर की बात है । उन्होंने कहा की अनिमेष घोष का कार्यशैली संदेहास्पद है उनके खिलाफ शिकायत की जाएगी । झरिया में लोग अपने खर्च पर पौधे लगा रहे है किंतु बीसीसीएल के नर्सरी से पौधा देने में इंकार कर रहें हैं । बस्तकोल क्षेत्र में अभी तक मात्र 2000 पौधे लग पाए हैं । जबकि सड़क किनारे पौधारोपण जरूरी है बीसीसीएल इस पर विचार कर रही है अब तक फॉरेस्ट विभाग से बात होगी यह बात उनके अधिकारी कह रहे हैं ।