बाल विवाह मुक्त बाघमारा बनाने का शपथ मुखिया एवं अधिकारियों ने किया, बाल विवाह, बाल यौन शौषण के खिलाफ आवाज बुलन्द करने की आवश्यकता:गीता देवी
BAGHMARA | 26 जुलाई बाल विवाह, यौनिक हिंसा, बाल तस्करी एवं बाल मजदूरी रोक पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन झारखंड ग्रामीण विकास ट्रस्ट द्वारा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन फाउंडेशन के सहयोग से प्रखण्ड सभागार बाघमारा में आयोजित किया गया। कार्यशाला में बाघमारा प्रखण्ड के सभी मुखिया एवं प्रखण्ड के अधिकारियों ने भाग लिया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि बाघमारा प्रखण्ड प्रमुख गीता देवी ने कहा कि बाल विवाह से बालिकाओं का बचपन छीन लिया जाता है जन जागरूकता लाकर बाल विवाह को समाप्त किया जा सकता है, उन्होंने आगे कहा की बाल विवाह, यौनिक हिंसा एवं बाल मजदूरी के खिलाफ हम सब मिलकर आवाज उठाना होगा। विशिष्ट अतिथि प्रखण्ड विकास पदाधिकारी सह बाल विवाह निषेध पदाधिकारी सुनील कुमार प्रजापति ने बाल विवाह अधिनियम 2006 कि विस्तृत जानकारी देते हुए कहा की बाल विवाह करने एवं कराने वाले दोनो समान रूप से दोसी है, उन्होंने बाल विवाह के परिणामों को विस्तार से बताया , श्री प्रजापति ने उपस्थित मुखिया गण से अपील करते हुए कहा की आप सब अपने अपने पंचायत को बाल विवाह मुक्त पंचायत बनावे मेरा सहयोग हमेशा मिलता रहेगा। बाल विकास परियोजना पदाधिकारी बिमला देवी ने कहा कि बाल विवाह पर रोक लगाने के लिए सरकार द्वारा कई कल्याणकारी कार्यक्रम चलाया जा रहा जिससे लाभ लिया जा सकता है, उन्होंने कहा की बाल विवाह होने पर तुरंत इसकी शिकायत करे ताकि समय से विधि सम्मत करवाई की जा सके। झारखंड ग्रामीण विकास ट्रस्ट के संस्थापक शंकर रवानी ने कहा की झारखंड ग्रामीण विकास ट्रस्ट बाल विवाह मुक्त धनबाद बनाने के लिए 150 गावों में सघन कार्य कर रही है, श्री रवानी ने यौनिक हिंसा, बाल तस्करी रोक पर कानूनी पहलुओं की जानकारी दिया। अंत में उपस्थित सभी मुखिया एवं अधिकारियों ने बाघमारा प्रखण्ड को बाल विवाह मुक्त प्रखण्ड प्रखण्ड बनाने का सामूहिक सपथ लिया । आगंतुक अतिथियों का स्वागत ट्रस्ट के सचिव हलीमा एजाज, संचालन भागीरथ सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन कोषाध्यक्ष विनोद महतो ने किया। मौके पर विधायक प्रतिनिधि धनेश्वर महतो, मुखिया रिंकू देवी, अनिता देवी, दिनेश पटवारी, विनोद नापित, लीला देवी, दिनेश प्रमाणिक, पिंकी देवी, भोला रवानी, सरस्वती देवी, कमल महतो, संपद घोषाल, आरती देवी, अंजना देवी आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे