इससे मिलेगा भारतीय संस्कृति पर हावी पश्चात या संस्कृति पर नियंत्रण
धनबाद: प्रतिभा कभी उम्र की मोहताज नहीं होती यह बात धनबाद निवासी 3 साल से भी कम उम्र के राजवीर प्रताप सिंह एवं रणवीर प्रताप सिंह ने कर दिखाया है। लगभग ढाई वर्ष के ये दोनों बच्चे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की महत्वपूर्ण भूमिका में अपनी नाम अंकित कराए हैं। इस उम्र में ही इन्होंने संघ का पथ संचलन किया है।साथ ही वृक्षारोपण का कार्य भी किया है। ये दोनों बच्चे धनबाद निवासी राजकुमार सिंह के पौत्र बताए गए हैं। इनके पिता का नाम अमरेश सिंह है। इस उम्र में ही ये प्रतिभाशाली बालक हनुमान चालीसा सुनने में रुचि रखते हैं। इसी उम्र में इन बच्चों ने सर संघ चालक मोहन भागवत का स्नेह प्राप्त कर चुके हैं।ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों को सनातन धर्म का सलाम है।ऐसे प्रतिभाशाली बच्चों से आम बच्चों को सीख लेनी चाहिए।ऐसे बच्चों से ही मिलेगा सनातन धर्म को प्रोत्साहन।साथ ही भारतीय संस्कृति पर हावी पश्चात संस्कृति पर विराम लगा सकेगा।