धनबाद:धनबाद के महिला थाने में तैनात जमादार सत्येंद्र पासवान काे एसीबी ने बुधवार काे 4 हजार रुपए घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। बरवाअड्डा के रहने वाले सुधीर कुमार साव ने सत्येंद्र की शिकायत एसीबी से की थी। कहा था कि दहेज प्रताड़ना की केस डायरी मैनेज करने के नाम पर उसने 5 हजार रुपए मांगे थे। एसीबी ने अपने स्तर पर जांच की, ताे शिकायत सही पाई गई। फिर उसने एफआईआर दर्ज कर सत्येंद्र काे पकड़ने के लिए जाल बिछाया। सत्येंद्र ने सुधीर काे रुपए लेकर सदर अस्पताल बुलाया था। वहां जैसे ही उसे रुपए दिए गए, पहले से तैनात एसीबी के अधिकारियाें ने उसे पकड़ लिया। उसे एसीबी थाने ले जाने के बाद उसके बलियापुर स्थित घर में छापेमारी की गई। हालांकि, वहां से एजेंसी काे कुछ खास हाथ नहीं लगा। एसीबी काे पता चला कि महिला थाने के 5 केस का अनुसंधान सत्येंद्र के जिम्मे है। ये सभी मामले दहेज प्रताड़ना से संबंधित हैं। अब एसीबी उनकी भी छानबीन करेगी।
दहेज प्रताड़ना की शिकायत के जांचकर्ता थे आरोपी दरोगा
सुधीर के खिलाफ पत्नी मंजू देवी ने दहेज प्रताड़ना की शिकायत महिला थाने में दर्ज कराई थी। जमादार भीम यादव काे अनुसंधानकर्ता बनाया गया था, पर उनके ट्रेनिंग पर चले जाने के बाद केस का जिम्मा सत्येंद्र पासवान काे साैंप दिया गया। सुधीर ने एसीबी काे बताया कि केस डायरी में मदद करने के नाम पर सत्येंद्र 5 हजार रुपए मांग रहा था। माेल-भाव के बाद 4 हजार रुपए पर तैयार हुअा। सुधीर के मुताबिक, वह रुपए नहीं देना चाहता था, इसलिए एसीबी से शिकायत की।
आरोपी 2004 बैच का सिपाही
सत्येंद्र पासवान 2004 बैच का सिपाही है। विभागीय परीक्षा पास करने के बाद वर्ष 2023 में जमादार बना था। दाे माह पहले ही जमादार के रूप में महिला थाने में पहली पाेस्टिंग हुई थी। उसके पहले वह दाे साल बलियापुर थाने और मुनीडीह ओपी में भी रहा था।
सत्येंद्र मूल रूप से भाेजपुर का रहनेवाला
सत्येंद्र मूल रूप से बिहार के भाेजपुर जिले का रहनेवाला है। दाे साल पहले ही बलियापुर थाने में तैनात के समय पास की बस्ती में नया मकान बनवाया था। इन दिनाें वह वहीं रह रहा था। (दैनिक भास्कर से साभार)