35 मामलों की सुनवाई, 6 नए प्रकरण भी हुए दर्ज
“आयोग आपके द्वार” कार्यक्रम: महिलाओं की शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश
“आयोग आपके द्वार” कार्यक्रम: धनबाद में आज राष्ट्रीय महिला आयोग द्वारा “आयोग आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत पुलिस सभागार में जनसुनवाई का आयोजन किया गया। इस जनसुनवाई की अध्यक्षता राष्ट्रीय महिला आयोग की माननीय सदस्य श्रीमती ममता कुमारी ने की। इस दौरान उन्होंने 35 मामलों की सुनवाई की, साथ ही 6 नए मामलों को भी दर्ज किया गया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी मामलों का शीघ्र और निष्पक्ष समाधान किया जाए।
Jharkhand Elderly Harassment Case को मिली राहत
झरिया के वृद्ध दंपति ने साझा किया अनुभव
कार्यक्रम में झरिया के एक वृद्ध दंपति ने अपने साथ हुई पारिवारिक प्रताड़ना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सेवानिवृत्ति के बाद उनका बेटा उन्हें पेंशन का हिस्सा नहीं दे रहा और तरह-तरह से प्रताड़ित कर रहा था। झरिया थाना में शिकायत के बाद उन्हें पुलिस से मदद मिली, जिससे वे राहत महसूस कर पाए। आयोग ने पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना की।
Administrative Meeting में उठे Women Welfare Issues
पुलिस और प्रशासन के साथ हुई बैठक
जनसुनवाई के बाद आयोग की सदस्य ने समाहरणालय सभागार में धनबाद के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में Dhanbad Central Jail, One Stop Center, Sadar Hospital, Old Age Home Sabalpur जैसी सुविधाओं की मजबूती पर चर्चा की गई और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
Divorce Rate Concern: Pre-Marriage Counseling Center जल्द होंगे शुरू
विवाह से पहले जोड़ों को दी जाएगी उचित काउंसलिंग
तलाक के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए माननीय सदस्य ने घोषणा की कि जल्द ही Pre-Marriage Counseling Centers सभी जिलों में शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि विवाह का सही अर्थ और आपसी समझ की कमी समाज की नींव को कमजोर कर रही है। काउंसलिंग सेंटर के माध्यम से युवाओं को विवाह के वास्तविक मूल्यों की जानकारी दी जाएगी।
Domestic Violence & Dowry Cases पर आयोग की सख्ती
महिला अधिकारों के लिए जागरूकता अभियान होंगे तेज
घरेलू हिंसा और दहेज प्रताड़ना पर चिंता जताते हुए आयोग की सदस्य ने कहा कि हर महिला को सम्मान से जीने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि Women Empowerment Programs और Awareness Campaigns को समय-समय पर चलाया जाना चाहिए ताकि महिलाएं अपने अधिकारों को समझ सकें।
Cyber Crime Against Women: कानून और समाज दोनों से समाधान
साइबर अपराध की रोकथाम पर जोर
माननीय सदस्य ने सुझाव दिया कि Cyber Crime Prevention के लिए कानूनी उपायों के साथ-साथ सामाजिक जागरूकता भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को ऑनलाइन सुरक्षा के प्रति सजग रहना चाहिए और ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।
धनबाद SSP ने दिया आश्वासन: महिलाओं की सुरक्षा प्राथमिकता
SSP ने कहा- सभी निर्देशों का होगा पालन
कार्यक्रम के समापन पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि आयोग के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा। Pending Cases की समीक्षा की जाएगी और Women Safety को पुलिस की प्राथमिकता बनाया जाएगा।
🔍उपस्थित पदाधिकारियों में शामिल रहे:
उप विकास आयुक्त सादात अनवर, नगर आयुक्त रवि राज शर्मा, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर पियूष सिन्हा, ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव, अनुमंडल पदाधिकारी राजेश कुमार, अपर समाहर्ता विनोद कुमार, DRDA निदेशक राजीव रंजन, जिला पंचायत राज पदाधिकारी मुकेश कुमार बाउरी, समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कजूर, शिक्षा अधीक्षक आयुष कुमार, डीएसपी नौशाद आलम सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
