All India Little Magazine Fair in Dhanbad: साहित्य के महाकुंभ में जुटे 9 राज्यों के लेखक, कवि और साहित्यकार

All India Little Magazine Fair in Dhanbad: साहित्य और संस्कृति के संवाहक के रूप में “शिल्पे अनन्या” त्रैमासिक बंगला पत्रिका द्वारा तीन दिवसीय चतुर्थ अखिल भारतीय लघु पत्रिका मेला (लिटिल मैगजीन मेला) सह सम्मेलन का भव्य शुभारंभ लिंडसे क्लब, हीरापुर में किया गया। इस आयोजन का उद्घाटन अजीत राय स्मृति मंच पर हुआ, जिसमें देशभर के साहित्यकार, लेखक और कवि शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिल्पे अनन्या पत्रिका के संपादक प्रो. डॉ. दीपक कुमार सेन ने की, जबकि संचालन बरनाली गुप्ता ने किया।
देशभर के प्रतिष्ठित साहित्यकार हुए शामिल
इस महत्वपूर्ण साहित्यिक सम्मेलन में विभिन्न राज्यों के नामचीन साहित्यकारों और लेखकों ने भाग लिया। मंचासीन अतिथियों में शामिल थे:
📌 डॉ. ब्रज गोपाल मजूमदार (त्रिपुरा)
📌 गुरुबक्श सिंह मोगा (पंजाब)
📌 पलाश विश्वास (उत्तराखंड)
📌 श्यामल चक्रवर्ती (साहित्य अकादमी सम्मानित, पश्चिम बंगाल)
📌 आईवी चटर्जी (पश्चिम बंगाल)
📌 अरूप चंद्र (पश्चिम बंगाल)
📌 प्राणजी बसाक (नई दिल्ली)
📌 चैताली सान्याल (बिहार)
📌 प्रो. तन्मय वीर (पश्चिम बंगाल)
📌 समरेंद्र विश्वास (छत्तीसगढ़)
📌 दुर्गा दास भंडारी (झारखंड)
📌 मनी मोहन बंदोपाध्याय (धनबाद)
📌 डॉ. काशी नाथ चटर्जी (सचिव, आयोजन समिति एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, भारत ज्ञान विज्ञान समिति)
दीप प्रज्वलन और सरस्वती वंदना से हुआ शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन से किया गया, जिसके बाद हीरापुर दुर्गा मंदिर शंपा मुखर्जी डांस क्लास की छात्राओं ने मनमोहक सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इस मौके पर आयोजन समिति ने सभी विशिष्ट अतिथियों को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
लघु पत्रिकाओं का संगम: 9 राज्यों के साहित्यकारों का मिलन
प्रो. डॉ. दीपक कुमार सेन ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा,
“इस मेले में भारत के विभिन्न राज्यों से आए लेखक, साहित्यकार और कवि एक मंच पर एकत्रित हुए हैं। यह मेला सिर्फ पत्रिकाओं का संगम नहीं, बल्कि विचारों और संस्कृतियों का आदान-प्रदान करने का अवसर भी है। 9 राज्यों के प्रतिनिधियों ने अपनी अनूठी लघु पत्रिकाओं के 30 स्टॉल लगाए हैं, जहां साहित्य प्रेमी इन पत्रिकाओं को देख और पढ़ सकते हैं।”
आयोजन समिति के सचिव डॉ. काशी नाथ चटर्जी ने उद्घाटन सत्र में विषय प्रवेश करते हुए कहा,
“हम 9 राज्यों से आए साहित्यकारों और इतिहासकारों का स्वागत करते हैं। यह सम्मेलन साहित्य की शक्ति को रेखांकित करने का मंच है। साहित्य ही समाज को बदलने की क्षमता रखता है और इस तीन दिवसीय आयोजन में हम इसी पर व्यापक चर्चा करेंगे।”
पहले दिन की भव्य सफलता में समिति का योगदान
इस भव्य आयोजन को सफल बनाने में आयोजन समिति के रवि सिंह, विकास कुमार ठाकुर, भोलानाथ राम, मधेश्वर भगत, सपन स्वपन मांजी, शर्मिष्ठा सेनगुप्ता, रानी मिश्रा और मंत्री गुप्ता समेत अन्य सदस्यों का अहम योगदान रहा।
आगे क्या रहेगा खास?
आने वाले दो दिनों में कवि सम्मेलन, साहित्यिक परिचर्चा, पुस्तक विमोचन और संवाद सत्र आयोजित किए जाएंगे, जहां देशभर से आए साहित्यकार अपने विचार साझा करेंगे। यह मेला धनबाद और झारखंड के साहित्य प्रेमियों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है।
📖 अगर आप भी साहित्य प्रेमी हैं, तो इस मेले का हिस्सा बनना न भूलें!
📍स्थान: लिंडसे क्लब, हीरापुर, धनबाद
📅 तिथि: 28 फरवरी – 2 मार्च 2025
✨ साहित्य की इस अनूठी यात्रा में आप सभी का स्वागत है! 🚀