MP Representative Attacked: दवा की खरीदारी के दौरान हुआ विवाद, ₹1 के विवाद ने लिया हिंसक रूप
Attack on MP Representative – रविवार रात कतरास के पचगढी बाजार में एक अप्रत्याशित घटना में गिरिडीह सांसद के शिक्षा प्रतिनिधि प्रिंस शर्मा पर एक मेडिकल दुकानदार ने जानलेवा हमला कर दिया। यह हमला मामूली ₹1 के लेनदेन को लेकर हुए विवाद के बाद हुआ। घटना को लेकर पूरे क्षेत्र में तनाव का माहौल है, वहीं पुलिस ने आरोपी दुकानदार सिराज अंसारी को हिरासत में ले लिया है। इधर दूसरा पक्ष ने दावा किया है कि यह हमला नहीं बल्कि पैसे को लेकर आपसी झगड़ा है, जिसे बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किया जा रहा है।
₹1 के विवाद से शुरू हुआ मामला, प्रिंस शर्मा हुए घायल
सूत्रों के अनुसार, प्रिंस शर्मा एक दवा खरीदने सनह मेडिकल पहुंचे थे, जहां उन्होंने ₹13 की दवा के बदले ₹14 दिए। जब उन्होंने दुकानदार से ₹1 वापस मांगा, तो सिराज अंसारी ने कथित रूप से गुस्से में दवा और पैसा सड़क पर फेंक दिया। बात इतनी बढ़ गई कि दुकानदार ने अपनी दुकान से लोहे की रॉड निकालकर प्रिंस शर्मा पर हमला कर दिया। हमले में शर्मा के सिर में गंभीर चोट आई और वे लहूलुहान हो गए।
लोगों ने बीच-बचाव कर बचाई जान, थाने में शिकायत दर्ज
प्रिंस शर्मा को घायल अवस्था में देखकर मौके पर मौजूद लोगों ने बीच-बचाव कर उन्हें बचाया और तुरंत कतरास थाना में मामले की शिकायत की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी दुकानदार को हिरासत में ले लिया है। कतरास थानेदार असीत कुमार सिंह ने बताया कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
समझौते की कोशिश, लेकिन पुलिस जांच में जुटी
घटना की जानकारी मिलते ही कतरास मस्जिद पट्टी के कई स्थानीय लोग थाने पहुंचे और आपसी सुलह की पहल करने लगे। उन्होंने दुकानदार को छोड़ने की मांग की, लेकिन पुलिस ने स्पष्ट किया कि जांच पूरी होने तक आरोपी को हिरासत में रखा जाएगा। समाचार लिखे जाने तक आरोपी हिरासत में ही है।
घटना की सर्वत्र निंदा, भाईचारे पर खतरे की आशंका
इस झगड़े का समाज के सभी वर्गों द्वारा निंदा की जा रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाएं आपसी भाईचारे और सामाजिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाती हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जाएं।
निष्कर्ष
₹1 के मामूली विवाद ने एक जनप्रतिनिधि की जान पर खतरा पैदा कर दिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सामाजिक व्यवहार में संयम और संवाद की कितनी अहम भूमिका है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इस घटना से यह भी सीख मिलती है कि छोटी बातों को बड़ा बनने से रोकना समाज की जिम्मेदारी है।