अवैध खनन हादसा: चाल धंसने से बरमुड़ी में मची अफरातफरी, दो युवकों की मौत

कोयला खदान में चाल धंसने से लोग

अवैध खनन हादसा:घायलों को आनन-फानन में मलबे से बाहर निकाला गया। इस हादसे में मैथन के पोड़ाडीह गांव निवासी दीपक बाउरी और डीजे बाउरी की मौत हो गई, जबकि अन्य कई लोग घायल हुए।

धनबाद: ईसीएल की बरमुड़ी कोलियरी में शनिवार सुबह करीब 5 बजे अवैध खनन के दौरान चाल धंसने से दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिनमें से एक युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसका पैर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। घायलों का इलाज गुपचुप तरीके से कराया जा रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार, रोजाना की तरह दर्जनों लोग सुबह-सवेरे कोयले के अवैध खनन के लिए खदान में उतरे थे। करीब 5 बजे तेज आवाज के साथ चाल धंस गई, जिससे वहां अफरातफरी मच गई। घायलों को आनन-फानन में मलबे से बाहर निकाला गया। इस हादसे में मैथन के पोड़ाडीह गांव निवासी दीपक बाउरी और डीजे बाउरी की मौत हो गई, जबकि अन्य कई लोग घायल हुए। घायलों में विनोद नामक युवक की हालत गंभीर है और उसका पैर बुरी तरह टूट गया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि घटना की जानकारी मिलते ही कोलियरी के सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और उन्होंने कोयला चोरों को जल्द से जल्द शवों को वहां से हटाने के लिए कहा। इसके बाद कोयला चोर दोनों शवों को लेकर बराकर नदी किनारे बरमुड़ी कोलियरी के जंगल की ओर चले गए। घायलों का इलाज भी गुपचुप तरीके से किया गया। सुबह करीब 9 बजे शवों को जंगल से निकालकर जला दिया गया।

इस घटना के बाद से कोयला चोरों में हड़कंप मचा हुआ है। बताया जाता है कि यहां से अवैध रूप से निकाला गया कोयला गलफरबाड़ी के भट्ठों में भेजा जाता है। इस पूरे मामले में कोलियरी प्रबंधन और पुलिस प्रशासन सबकुछ जानते हुए भी चुप्पी साधे हुए हैं। पुलिस और प्रबंधन दोनों ही घटना को झूठलाने में जुटे हैं। शाम 5 बजे तक न तो पुलिस, न ही खनन अधिकारी और न ही ईसीएल का कोई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचा। मैथन थाना प्रभारी आकृष्ट अमन ने ऐसी किसी घटना की जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें इस बारे में कोई सूचना नहीं है।