Baliyapur News || 18 दिसंबर को झारखंड आंदोलन के अग्रणी नेता और “पढ़ो और लड़ो” के अमर नारे को जन-जन तक पहुंचाने वाले स्वर्गीय विनोद बिहारी महतो के 33वें स्मरण दिवस पर बलियापुर स्थित “विनोद धाम” समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया गया।
सीपीआई (एम) की ओर से श्रद्धांजलि
इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) द्वारा किया गया। इस अवसर पर पार्टी के धनबाद जिला कमेटी सदस्य और मजदूर नेता काॅमरेड सुंदरलाल महतो ने स्व. महतो को श्रद्धांजलि देते हुए उनके योगदान को याद किया।
किसान नेता काॅमरेड संतोष महतो, सिंदरी-बलियापुर लोकल कमेटी सचिव विकास कुमार ठाकुर, पूर्वी झरिया लोकल कमेटी सचिव योगेंद्र महतो, और जिला कमेटी सदस्य गौतम प्रसाद ने भी इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और विनोद बिहारी महतो के विचारों और आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
जनवादी महिला समिति की भागीदारी
कार्यक्रम में जनवादी महिला समिति सिंदरी नगर की सचिव मिट्ठू दास, रंजू देवी, और सविता देवी ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने झारखंड आंदोलन में स्व. महतो की भूमिका और उनकी दूरदर्शी सोच पर प्रकाश डाला।
अन्य प्रमुख व्यक्तित्वों की उपस्थिति
कार्यक्रम में राम लायक राम, सुबल चंद्र दास, शिबू डे, नरेंद्र नाथ दास, गोपाल विश्वकर्मा, राजाफ अंसारी, धनंजय ओझा, सुशील दुबे, राजू ओझा, कार्तिक ओझा, और भिखारी प्रसाद जैसे कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे।
विनोद बिहारी महतो: झारखंड आंदोलन के प्रेरणास्रोत
श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित सभी लोगों ने स्वर्गीय महतो के योगदान को नमन किया। झारखंड आंदोलन में उनकी सक्रिय भागीदारी और “पढ़ो और लड़ो” के उनके नारे ने समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य किया।
संकल्प:
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने उनके आदर्शों को अपनाने और झारखंड के विकास और प्रगति के लिए काम करने का संकल्प लिया।
नमन:
झारखंड आंदोलन के इस महान नेता को श्रद्धांजलि देकर सभा का समापन किया गया।