बीआईटी सिंदरी इंडस्ट्री 4.0 संगोष्ठी: चौथे दिन तकनीकी व्याख्यान और शोध पत्रों की प्रस्तुति से समृद्ध हुआ मंच

बीआईटी सिंदरी इंडस्ट्री 4.0 संगोष्ठी

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बीआईटी सिंदरी इंडस्ट्री 4.0 संगोष्ठी: स्मार्ट और सतत विनिर्माण पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी का चौथा दिन ज्ञानवर्धक रहा

बीआईटी सिंदरी इंडस्ट्री 4.0 संगोष्ठी: तकनीकी सत्र में उभरती मैन्युफैक्चरिंग तकनीकों पर विशेषज्ञों का विश्लेषण

बीआईटी सिंदरी इंडस्ट्री 4.0 संगोष्ठी: बीआईटी सिंदरी के उत्पादन एवं औद्योगिक अभियांत्रिकी विभाग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी “स्मार्ट और सतत विनिर्माण: इंडस्ट्री 4.0 और उससे आगे” के चौथे दिन तकनीकी व्याख्यानों और शोध पत्रों की प्रस्तुति के साथ शैक्षणिक माहौल जीवंत हो उठा। संगोष्ठी का उद्देश्य नवीन विनिर्माण तकनीकों, सतत विकास, स्वचालन तथा उद्योग और शिक्षा जगत के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना है।

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सॉलिड स्टेट वेल्डिंग की टिकाऊ तकनीक पर डॉ. मधुमंती भट्टाचार्य का व्याख्यान

प्रथम तकनीकी सत्र में आईएसएम धनबाद की डॉ. मधुमंती भट्टाचार्य ने “सतत निर्माण और मरम्मत के लिए सॉलिड स्टेट वेल्डिंग” विषय पर जानकारी साझा की। उन्होंने फ्रिक्शन स्टिर वेल्डिंग जैसी उन्नत तकनीकों के प्रोसेस, उनके लाभ और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से इसके प्रभाव पर प्रकाश डाला।

डिजिटल ट्विन तकनीक की व्यावहारिक उपयोगिता पर प्रो. विनय शर्मा का विश्लेषण

द्वितीय तकनीकी सत्र में बीआईटी मेसरा के प्रो. विनय शर्मा ने “रैपिड मैन्युफैक्चरिंग प्रणालियों में डिजिटल ट्विन तकनीक के कार्यान्वयन हेतु एक रूपरेखा” विषय पर प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि डिजिटल ट्विन तकनीक कैसे उद्योगों में उत्पादकता, गुणवत्ता और संचालन की गति को प्रभावशाली ढंग से बढ़ा सकती है।

शोध पत्र प्रस्तुति से विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं को मिला मंच

दोपहर सत्र में विभिन्न शिक्षण संस्थानों से आए शोधकर्ताओं ने अपने अनुसंधान कार्यों को प्रस्तुत किया, जिससे संगोष्ठी में नवीन शोध विचारों का समावेश हुआ और छात्रों को वास्तविक औद्योगिक समस्याओं पर आधारित विचारों को जानने-समझने का अवसर मिला।

विभागाध्यक्ष और समन्वयक ने किया विशेषज्ञों का सम्मान

विभागाध्यक्ष प्रो. कुमार ने आज के सत्रों को समकालीन और भविष्य के विनिर्माण क्षेत्र के लिए बेहद उपयोगी बताया। संगोष्ठी समन्वयक डॉ. सुमंत मुखर्जी ने सभी आमंत्रित वक्ताओं को सम्मानित करते हुए धन्यवाद ज्ञापन के साथ दिन के कार्यक्रम का समापन किया।

📌 निष्कर्ष

बीआईटी सिंदरी इंडस्ट्री 4.0 संगोष्ठी के चौथे दिन तकनीकी व्याख्यान और शोध प्रस्तुतियों ने प्रतिभागियों को अत्याधुनिक विनिर्माण तकनीकों की बारीकियों से अवगत कराया। यह आयोजन न केवल ज्ञानवर्धन का मंच बना, बल्कि उद्योग और शिक्षा के बीच सहयोग को भी मजबूती प्रदान करता दिखाई दिया।