Best NGO of the Year Award: सामाजिक सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए Art of Living को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया
Best NGO of the Year Award: सीमावर्ती गांवों में जमीनी स्तर पर समाजसेवा, जेल सुधार कार्यक्रम और स्कूलों के समग्र विकास जैसे क्षेत्रों में अनवरत प्रयासों के लिए Art of Living को Best NGO of the Year Award 2025 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार ग्लोबल CSR और ESG अवार्ड्स के तहत ब्रांड हॉनचोस और इंडियन CSR अवार्ड्स द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया गया।
सेवा के क्षेत्र में नई सोच और बदलाव की मिसाल
यह पुरस्कार सततता (Sustainability), पर्यावरणीय, सामाजिक और प्रशासनिक (ESG) क्षेत्रों में प्रेरणादायक कार्यों को मान्यता देने हेतु दिया गया, जहाँ Art of Living ने जमीनी बदलाव की असल परिभाषा प्रस्तुत की। संस्था की ओर से झारखंड मीडिया प्रभारी अजय मुखर्जी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से यह जानकारी साझा की।
हर गाँव की ज़रूरतों से शुरू हुआ यह प्रेरणादायक सफर
Art of Living Social Projects के चेयरमैन श्री प्रसन्ना प्रभु ने बताया, “हमने गाँवों में जाकर पूछा कि उन्हें सबसे पहले क्या चाहिए – किसी ने पानी माँगा, किसी ने शिक्षा, तो किसी ने रोजगार। हमने वहीं से शुरुआत की।” उन्होंने इस पुरस्कार को संस्था से जुड़े हर हितधारक, दानदाता, सामुदायिक नेता और सेवा पाने वाले समुदाय को समर्पित किया।
श्री श्री रविशंकर के मार्गदर्शन में मानवता और विकास का संगम
संस्था की प्रेरणा स्रोत गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के मार्गदर्शन में Art of Living एक ऐसे भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है, जहाँ मानव मूल्य और विकास साथ-साथ चलते हैं। श्री प्रसन्ना प्रभु ने सभी एनजीओ, कॉर्पोरेट्स और सरकारी एजेंसियों से आह्वान किया कि वे एक-दूसरे की उत्तम कार्यप्रणालियों से सीखें और साझा संसाधनों से सामाजिक परिवर्तन को गति दें।
अपशिष्ट प्रबंधन में तकनीकी नवाचार: कचरे से बनेगी गैस और बिजली
Art of Living अब नगरपालिकाओं के साथ मिलकर एक पेटेंट तकनीक द्वारा असंगठित कचरे को कोयला, सिंगैस और बिजली में बदलने की दिशा में कार्य कर रही है। यह तकनीक बड़े भवनों और होटलों को स्वावलंबी ऊर्जा स्रोत प्रदान करेगी और कचरा पृथक्करण की समस्या का समाधान भी करेगी।
जेल सुधार में भी निभाई अग्रणी भूमिका
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर के अनुसार, “हर अपराधी के भीतर एक पीड़ित छुपा होता है जो मदद की पुकार कर रहा होता है।” इसी सोच के साथ Art of Living का Prison Program भारत के 28 सुधार केंद्रों में 6,700 से अधिक बंदियों को प्रशिक्षित कर चुका है, जबकि दुनिया के 65 देशों में 8 लाख बंदी इस कार्यक्रम का लाभ ले चुके हैं। यह कार्यक्रम भावनात्मक उपचार और व्यावसायिक प्रशिक्षण के मेल से बंदियों को एक सम्मानजनक जीवन की ओर लौटने में सहायक बन रहा है।
निष्कर्ष
Best NGO of the Year Award 2025 का सम्मान Art of Living को न केवल उनके स्थायी और संवेदनशील सामाजिक कार्यों के लिए मिला, बल्कि यह संस्था की समर्पित सोच, नवाचार के साथ सेवा और जन-सहभागिता की मिसाल भी है। यह उपलब्धि सभी समाजसेवियों और संस्थानों को प्रेरित करती है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में स्थायी बदलाव लाने के लिए मिलकर काम करें।