कुछ दिनों पहले ही CBI ने इसीएल के पूर्व जीएम नरेश कुमार साहा और कोयला माफिया अश्विनी यादव को किया था गिरफ़्तार
आसनसोल : पश्चिम बंगाल के आसनसोल मे अवैध कोयला कारोबार के खिलाफ चल रही CBI कार्रवाई के बावजूद भी अवैध कोयला कारोबारियों का हौंसला कुछ इस कदर बुलंद हो चूका था की उन्होने CBI को चुनौती देते हुए अवैध कोयला कारोबार के गोरख धंदे को आगे बढ़ाने के लिये एक नए सिण्डिकेट को तैयार कर लिया था, जिस सिण्डिकेट मे ज्यादातर नए-नए चेहरों को मौका दिया गया था, बहोत कम ही ऐसे कोयला माफिया थे जो इस नए सिण्डिकेट मे शामिल थे और ज्यादातर पर्दे के पीछे रहकर कोयले के अवैध कारोबार मे अपनी भी हिस्सेदारी निभा रहे थे,
आसनसोल मे अवैध कोयले के नए सिण्डिकेट चला रहे इन कोल माफियाओं के खिलाफ जिले के कई नेताओं व समाजिक संस्थाओं ने आवाज उठाई और उनकी शिकायत राज्य की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी से लेकर पश्चिम बंगाल पुलिस, राज्य के राज्य्पाल, गृह मंत्री, कोयला मंत्री सहित कई अन्य विभागों को लिखित शिकायत की, उन्होंने अपनी शिकायतों मे कोयला माफिया लोकेश सिंह, धर्मेन्द्र सिंह, पप्पू सिंह, कांता शर्मा, तारकेश्वर राय, अश्वनी यादव, जयदेव खां, समशेर हुसैन, शेख सदरुद्दीन इलियास उर्फ़ सोदू, अलोक निरंजन प्रशाद, बिकाश गोराई, शेख दिलदार, साजिद खां, लटूवा, रंजीत सिंह, छोटू, राजेश बगाड़ियाँ सहित कई अन्य कोयला माफियाओं का नाम शौंपा था, जिन शिकायतों पर सिआईएसएफ की टीम ने कार्रवाई तो की पर राज्य पुलिस की और से अच्छा सहयोग नही मिल पाने के कारण जिले मे अवैध कोयले का कारोबार तमाम कार्रवाईयों पर भारी पड़ता रहा, ऐसे मे CBI ने जिले मे चल रही अवैध कोयला कारोबार के खिलाफ मोर्चा खोला और अपनी जाँच को आगे बढ़ाते हुए अपनी पहली कार्रवाई मे इसीएल के पूर्व जिएम नरेश कुमार साहा और कोयला माफिया अश्विनी यादव को किया, अवैध कोयला कारोबार मे अभी इन दोनों आरोपियों की सुनवाई चल ही रही थी की सिबिआई ने ईसीएएल के कुनुस्तोड़िया एरिया के के पूर्व जीएम अमित कुमार धर को कोलकाता के निजाम पैलेस अपने कार्यालय मे पूछताछ के लिये बुलाया जहाँ पूछताछ के बाद संतोषजनक जवाब न मिलने पर सिबिआई ने इसीएल के पूर्व जिएम को गिरफ्तार कर लिया, वहीं दूसरी ओर, सीबीआई ने दो कोयला व्यापारियों बापी ठाकुर और विद्या दास को भी गिरफ्तार किया है. सूत्रों के मुताबिक, बापी ठाकुर आसनसोल के जामुरिया के केंदा इलाके का रहने वाला है और विद्या दास रानीगंज का रहने वाला है. सूत्रों के मुताबिक इन पर अवैध कोयला कारोबार में शामिल होने का आरोप है. तीनों को बुधवार को आसनसोल की विशेष CBI अदालत में पेश किया गया। जहां दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद CBI विशेष कोर्ट के न्यायधीश ने जमानत याचिका नामंजूर करते हुए न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया। मामले की अगली सुनवाई 3 जुलाई को होगी। आसनसोल की विशेष सीबीआई अदालत में 21 मई को कोयला तस्करी मामले में आरोप तय करने की तारीख थी। लेकिन इस दिन 3 आरोपियों के अनुपस्थित रहने के कारण इस मामले का आरोप गठित नहीं हो सका. आखिरकार आज सुनवाई के अंत में जज राजेश चक्रवर्ती ने आदेश दिया कि इस मामले की अगली सुनवाई 3 जुलाई को होगी. उस दिन सीबीआई को आरोप तय करने को कहा गया है. इसके अलावा, न्यायाधीश ने आरोप पत्र में नामित सभी लोगों को उस दिन उपस्थित रहने का आदेश दिया। गौरतलब है कि इस मामले की चार्जशीट में 43 आरोपियों के नाम हैं, अवैध कोयला कारोबार और उस कारोबार को डंके की चोट पर चला रहे कोल माफियाओं के खिलाफ चलाई जा रही सिबिआई की कार्रवाई मे बाकी बचे कोल माफिया कबतक सिबिआई के सिकंजे मे आएंगे और उनका सर चढ़कर बोल रहा अवैध कोयले के कारोबार के प्रति बढ़ा मनोबल कबतक ख़त्म होगा यह कहना बहोत ही मुश्किल है, वह इस लिये की अबतक अवैध कोयला कारोबार मे जिनकी भी गिरफ़्तारी हुई है उन गिरफ़्तारीयों मे सिबिआई के हाँथ छोटे -मोटे प्यादे ही हाँथ लग रहे हैं, बड़ी मछलीयां अब भी सिबिआई के गिरफ्त से बाहर हैं और हर रोज सिबिआई के द्वारा चले गए चाल को मात देने की नई -नई योजनाएं बना रहे हैं