Cervical Cancer Awareness Seminar in Dhanbad: Dhanbad में D.S.O.G और सुरक्षा वैक्सीन सेंटर की संयुक्त पहल, छात्राओं और महिलाओं को दी गई जानकारी
Cervical Cancer Awareness Seminar in Dhanbad: बीएसएस विद्यालय में आयोजित हुआ स्वास्थ्य जागरूकता सेमिनार
Cervical Cancer Awareness Seminar in Dhanbad: धनबाद के बीएसएस उच्च विद्यालय में बुधवार को “एक राष्ट्र, एक मिशन – स्वास्थ्य नारी, समृद्ध वतन” अभियान के तहत सर्वाइकल कैंसर पर एक जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन Dhanbad Society of Obstetrics and Gynaecology (DSOG) और सुरक्षा वैक्सीन सेंटर ने संयुक्त रूप से किया। इस सेमिनार में छात्राओं को महिलाओं की सेहत से जुड़ी समस्याओं और उनके समाधान की विस्तार से जानकारी दी गई।
विशेषज्ञ डॉक्टरों ने साझा की महत्वपूर्ण जानकारी
सेमिनार में डॉ. नूपुर चन्दन, डॉ. कोमल सिंह, डॉ. रीना बर्नवाल और डॉ. नीलम बाला ने सर्वाइकल कैंसर, इसके लक्षण, रोकथाम और इलाज के बारे में विस्तृत जानकारी दी। छात्राओं को बताया गया कि समय पर जांच और वैक्सीनेशन से इस बीमारी को रोका जा सकता है। विद्यालय की प्रधानाध्यापिका एनाबेल सुषमा कुंडुलाना और शिक्षिकाओं ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
स्वास्थ्य उप केंद्र ठाकुरकुली में की गई फ्री स्क्रीनिंग
इसी अभियान के तहत स्वास्थ्य उपकेंद्र ठाकुरकुली में 25 महिलाओं की सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग की गई। साथ ही उन्हें इस बीमारी से बचाव और एनीमिया मुक्त गर्भाधान के महत्व के बारे में जागरूक किया गया। इस स्वास्थ्य शिविर में कुल 62 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई और उन्हें मुफ्त दवाएं भी वितरित की गईं।
मुफ्त जांच और दवाएं उपलब्ध कराकर कार्यक्रम को बनाया गया सफल
कार्यक्रम को सफल बनाने में सुरक्षा वैक्सीनेशन सेंटर और कल्याणी डायग्नोस्टिक सेंटर का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने मुफ्त जांच सामग्री और दवाएं उपलब्ध कराईं। इस आयोजन में डॉ. प्रतिभा राय, डॉ. कविता प्रिया, डॉ. संचिता मंडल, डॉ. नीतू सहाय, डॉ. रेनू उपाध्याय, प्रकाश कुमार, मनीष लाला, प्रथम प्रभात और धनबाद सदर प्रभारी डॉ. अनीता चौधरी का भी सक्रिय सहयोग रहा।
निष्कर्ष
धनबाद में आयोजित यह सेमिनार केवल एक शैक्षणिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह महिलाओं और युवतियों को गंभीर बीमारी से जागरूक करने की दिशा में एक ठोस कदम था। Cervical Cancer जैसे विषय पर खुलकर संवाद और समय पर जांच ही इसके खिलाफ सबसे बड़ा हथियार है। D.S.O.G और सुरक्षा वैक्सीन सेंटर की यह पहल स्वास्थ्य क्षेत्र में एक प्रेरणादायक उदाहरण बनकर सामने आई है।