Chadak Puja: शिव भक्तों ने कांटों और तारों से झूलकर प्रकट की भक्ति, शिव मंदिरों में तीन दिवसीय चड़क पूजा का रहा भव्य आयोजन
Chadak Puja: धनबाद के टाटा सिजुआ स्थित गौरी शंकर धाम और बांसकपुरिया के खेपा बाबा शिव मंदिर परिसर में Chadak Puja Festival in Tata Sijua and Banskupuria का आयोजन श्रद्धा और भक्ति के माहौल में हुआ। तीन दिवसीय इस पर्व में सैकड़ों शिवभक्तों और उपासकों ने हिस्सा लिया और भगवान शिव व माता पार्वती की आराधना कर पुण्य लाभ प्राप्त किया।
निर्जला उपवास और विशेष पूजा से गूंजे मंदिर परिसर
पर्व के दौरान श्रद्धालु उपासकों ने निर्जला उपवास रखकर गहरी भक्ति भावना के साथ पूजा-अर्चना की। शिव मंदिरों में विशेष अनुष्ठान आयोजित किए गए, जहां भजन-कीर्तन और धार्मिक गतिविधियों से माहौल भक्तिमय बना रहा।
50 फीट ऊंचे खंभे पर झूलते दिखे भक्त, कांटे-तार से की तपस्या
शिवभक्ति की चरम सीमा तब देखने को मिली जब दर्जनों भक्तों ने अपने शरीर में कांटे और तार लगाकर 50 फीट ऊंचे खंभे पर झूलते हुए भगवान भोलेनाथ को अपनी आस्था अर्पित की। यह दृश्य वहां मौजूद सभी श्रद्धालुओं को रोमांचित कर गया और वातावरण गूंज उठा “हर हर महादेव” के जयघोष से।
सेवा शिविरों में हुआ फल, शरबत और पेयजल का वितरण
पूरे आयोजन के दौरान विभिन्न स्थानों पर सेवा शिविर लगाए गए, जहां श्रद्धालुओं को फल, शरबत, चना, दही और पेयजल उपलब्ध कराया गया। यह सेवा शिविर भक्तों के लिए सहारा बने और आयोजन को और भी व्यवस्थित रूप प्रदान किया।
स्थानीय नेताओं और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में टीएसएफ अधिकारी श्री विपीन सिंह चौधरी, झामुमो नेता दिनेश महतो, जनक लाल, मोहित महतो, हीरालाल महतो, राजेश महतो, शेखर महतो, राजकुमार महतो, बीरू सिंह, कृष्णा महतो सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे। उनकी उपस्थिति से आयोजन को सामाजिक एकता और सहयोग का बल मिला।
परंपरा और संस्कृति को जीवंत करता चड़क पूजा उत्सव
Chadak Puja Festival in Tata Sijua and Banskupuria सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि एक जीवंत परंपरा है, जो शिवभक्ति, त्याग, सेवा और सामाजिक समरसता का संदेश देती है। यह पर्व हर साल श्रद्धालुओं के लिए एक नई ऊर्जा, उत्साह और आध्यात्मिक अनुभव लेकर आता है।