DHANBAD | डीडीपीटीए पदाधिकारीयों के मनमानी के खिलाफ संस्था के सदस्यों ने खोला मोर्चा, धनबाद प्रेस क्लब के बाहर की नारेबाजी

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DHANBAD | रविवार 29 अक्टूबर धनबाद जिला फोटोग्राफर ट्रेड एसोसिएशन के सदस्यों ने वार्षिक अधिवेशन में पदाधिकारी के असंवैधानिक तरीके से मनमानी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, पदाधिकारीयों के खिलाफ सदस्यगण धनबाद प्रेस क्लब में आकर नारेबाजी किया एवं मीडिया के सामने अपनी बातों को रखा। संस्थापक सदस्य ओमप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि वर्तमान का कमेटी सारा शिष्टाचार भूल चुका है , संरक्षक , सलाहकार, संस्थापक सदस्य का सम्मान भी नहीं करना जानता वैसे पदाधिकारी सदस्यों के हित में कैसे सोच सकते हैं? आज का वार्षिक बैठक और चुनाव दोनों बायोलॉज के मुताबिक नहीं हुआ है, इसलिए दोनों असंगवैधानिक है। संस्था के संरक्षक वापी घोषाल ने बताया कि संस्था के बायलॉज के मुताबिक दो कार्यकाल के बाद स्वत पद छोड़ दिया जाना है, लेकिन वर्तमान पदाधिकारी अपना पद त्यागने को तैयार नहीं है, 2012 से आज तक के वार्षिक अधिवेशन में ऐसा कभी नहीं हुआ जिसमें संरक्षक, सलाहकार, संस्थापक सदस्य को आमंत्रित ना किया गया हो लेकिन इस एजीएम में किसी को नहीं बुलाया गया। सदस्य बुला चंदा ने बताया कि प्रत्येक वर्ष संस्था का वार्षिक अधिवेशन बैंक मोड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यालय में होता था लेकिन इस वर्ष संस्था के अध्यक्ष बदमाशी करते हुए यह बैठक निजी स्टूडियो के ऊपर में रखा है जहां बाउंसर गुंडा रखा गया है और बोलने वाले सब ऐसे को जबरदस्ती एजीम से निकाल दिया क्या ताकि वह अपना मनमानी कर सके।


हम लोगों का मांग है कमेटी भंग किया जाए और चुनाव करवाया जाए

सदस्य रामकुमार सिंह ने पदाधिकारीयों पर सही लेखा जोखा ना देने का आरोप लगाया, गलत मानसा से आम बैठक चाहत स्टूडियो के ऊपर किया गया, साजिश के तहत एजीएम पर रसीद नहीं काटा गया। प्रतिवर्ष एजीएम में ही एनुअल फीस लिया जाता था लेकिन इस वर्ष बिना आम सहमति के पदाधिकारी तानाशाही नीति अपनाते हुए बाउंसर रख करके घुसने नहीं दिया जा रहा है, ₹300 वार्षिक शुल्क के बजाय ₹500 लिया जा रहा है जो की एजीएम में पास नहीं हुआ है. सदस्य उपेंन कुमार दास ने बताया पिछले वर्ष 2022 के एजीएम में 80-90 सदस्यों ने पदाधिकारीयों का विरोध किया था , सदस्यों से वार्षिक शुल्क ₹500 लिया जाएगा यह एजीएम में पास नहीं हुआ था लेकिन इस साल ₹300 के बजाय ₹500 लिया जा रहा है और यह पैसा एजीएम में ही लिया जाता था लेकिन यहां गेट में बाउंसर गुंडा बैठाया गया है, ना अंदर घुसने दिया और नहीं फीस लिया गया।

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