Dhanbad News || शुक्रवार को धनबाद के अवर प्रादेशिक नियोजनालय परिसर में दत्तोपंत ठेंगड़ी रोजगार मेले का आयोजन किया गया। यह मेला बेरोजगार युवाओं के लिए एक सुनहरा अवसर बनकर आया, जहां 1466 पदों पर नियुक्ति के लिए बड़ी संख्या में युवक-युवतियां पहुंचे। मेले में विभिन्न स्तरों की शैक्षणिक योग्यता वाले उम्मीदवारों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए।
रोजगार मेले की मुख्य बातें
- सैलरी रेंज और कंपनियों की भागीदारी:
- मेले में 9,000 रुपये से लेकर 52,000 रुपये तक की सैलरी वाले पद उपलब्ध थे।
- करीब 24 कंपनियों ने इस आयोजन में भाग लिया।
- इनमें से 12-14 कंपनियां लोकल स्तर पर धनबाद और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार प्रदान कर रही हैं।
- शैक्षणिक योग्यता के अनुसार अवसर:
- नन-मैट्रिक से लेकर उच्च शिक्षा (बीटेक, एमटेक) प्राप्त करने वाले युवाओं के लिए रोजगार के अवसर दिए गए।
- यह मेला हर आयु और योग्यता के उम्मीदवारों के लिए एक मंच साबित हुआ।
दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए विशेष अवसर
- दिव्यांगों के लिए समर्थन:
श्रम विभाग के पुनर्वास पदाधिकारी राजीव कुमार ठाकुर ने बताया कि आज के दौर में कंपनियों को जागरूक करने की आवश्यकता है, ताकि वे दिव्यांग जनों को रोजगार के योग्य समझें। - जागरूकता अभियान:
केंद्रीय श्रम मंत्रालय इस विषय में कंपनियों को संवेदनशील बनाने के लिए प्रयासरत है। - प्रेरणादायक उदाहरण:
मेले में आई दिव्यांग युवती जहिदा खातून ने बताया कि उसने इंटर की पढ़ाई पूरी की है और आत्मनिर्भर बनने के लिए जॉब की तलाश में है।
रोजगार मेले का उद्देश्य
- बेरोजगारी में कमी:
रोजगार मेले का उद्देश्य युवाओं को उनके कौशल और योग्यता के अनुसार रोजगार प्रदान करना है। - स्थानीय स्तर पर रोजगार:
मेले में कई कंपनियों ने धनबाद और उसके आसपास के क्षेत्रों में नौकरी देने की पहल की, जिससे स्थानीय युवाओं को अपने घर के पास रोजगार मिलने में मदद मिलेगी।
युवाओं के लिए सुनहरा मौका
इस मेले ने न केवल बेरोजगार युवाओं को नौकरी पाने का मंच दिया, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रेरित भी किया। कंपनियों और उम्मीदवारों के बीच सीधा संवाद स्थापित होने से बेहतर अवसरों का मार्ग प्रशस्त हुआ।
दत्तोपंत ठेंगड़ी रोजगार मेला धनबाद के युवाओं और दिव्यांग जनों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनकर सामने आया है। ऐसे आयोजनों से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ते हैं, बल्कि समाज में जागरूकता और समानता का संदेश भी पहुंचता है।