DHANBAD | धनबाद न्यू टाउन हॉल में आयोजित सक्सेस गुरू एके मिश्रा के आर्ट ऑफ सक्सेस सेमिनार में विद्यार्थियों की उमड़ी भीड़

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DHANBAD | चाणक्य आईएएस एकेडमी की ओर से रविवार को न्यू टाउन हॉल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मोटिवेशनल स्पीकर व चाणक्य आईएएस एकेडमी के फाउंडर चेयरमैन सक्सेस गुरू मिश्रा के आर्ट ऑफ सक्सेस सेमिनार में जीवन में सफल होने के मंत्रों को बड़ी संख्या में सेमिनार में पहुंचे छात्र-छात्राएं मंत्रमुग्ध होकर घंटों सुनते रहे। मौके पर हजारों की तादाद में पहुंचे विद्यार्थियों को सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने अपने प्रेरणादाई शब्दों से संबोधित करते हुए कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि झारखंड के छात्र-छात्राएं काफी प्रतिभावान हैं, केवल उचित मार्गदर्शन, बेहतर सलाह और सही दिशा दिखाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि दृढ़ इच्छाशक्ति, लगन और उचित मार्गदर्शन सफलता को निर्धारित करते हैं। अगर किसी व्यक्ति या विद्यार्थी में ये साधन उपलब्ध हैं तो कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं हो सकता और अगर इन साधनों का सही उपयोग किया गया तो इस ब्रह्मांड में कोई भी लक्ष्य को हासिल करना असंभव नहीं है, क्योंकि मनुष्य के दिमाग से बड़ी अखिल ब्रह्मांड में कोई चीज़ नहीं है। उन्होंने कहा कि छात्रों में अद्भुत प्रतिभा होती है और हर छात्र एक दूसरे छात्र से अलग होता है। हर छात्र अपने इसी क्षमता को निखार कर अपने जीवन में विशेषज्ञता हासिल कर सकता है। इस बीच सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने छात्र-छात्राओं के मन उठने वाले हर सवालों का भी जवाब दिया।

संघर्ष में ही छिपा है सफलता का राज़
सक्सेस गुरू एके मिश्रा मौजूद विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपने जीवन के कंफर्ट जोन से बाहर निकल कर संघर्ष को गले लगाएं। व्यक्ति के जीवन में सबसे बड़ी समस्या यह होती है कि लोग सामान्य तौर पर लोग कंफर्ट जोन को त्याग नहीं पाते हैं, क्योंकि चुनौतिपूर्ण स्थितियों को स्वीकार करने में लोग संकोच करते हैं। लेकिन हकीकत यह है कि जीवन को संवारने के लिए हर चुनौतियों से गुजरना जरूरी है। उन्होंने कहा कि संघर्ष में ही आपके कामयाबी का राज़ छिपा होता है।

खुद पर विश्वास रखना जरूरी
उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी खुद पर विश्वास रखें, क्योंकि आत्मविश्वास ही आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। हिंदी व अंग्रेजी किसी भी माध्यम से तैयारी कर पाई जा सकती है सफलता सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने कहा कि यूपीएससी या जेपीएससी के परीक्षा की हिंदी या अंग्रेजी किसी भी माध्यम से तैयारी कर सफलता पाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि झारखंड के छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक पृष्ठभूमि को ध्यान में रखते हुए एकेडमी ने अपनी रिसर्च एवं मनोवैज्ञानिक पद्धति से अध्ययन का नया पैटर्न ईजाद किया है। हिंदी माध्यम से पढ़े छात्र सिविल सेवा की तैयारी कैसे करें, इसके लिए भी संस्थान ने विशेष शैली विकसित की है इसलिए हिंदी मीडियम के छात्र-छात्राएं भी चाणक्य आईएएस एकेडमी के साथ यूपीएससी में सफल होने के सपने साकार कर सकते हैं।

माइंड की प्रोग्रामिंग और कंडिशनिंग जरूरी
सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने बताया कि झारखंड के छात्र-छात्राएं काफी प्रतिभाशाली हैं। यहां के हर छात्र में आईएएस बनने की क्षमता है। अब छात्र के माइंड प्रोग्रामिंग पर निर्भर करता है कि वह आईएएस कैसे बनेंगे। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा के क्षेत्र में मानसिक रूप से व्यक्ति को स्मार्ट होना जरूरी है। सिविल सेवा छात्रों से यह उम्मीद करती है कि छात्र जीवन के बेहतर समय पर, सही दिशा में उचित मार्गदर्शन के साथ अपनी तैयारी शुरू करें। सिविल सेवा में सामंजस्य पर ध्यान देना आवश्यक है। अगर समय का संयोजन सही है तो फिर वैसे विद्यार्थी को सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।

सफलता का मूल मंत्र है आर्ट ऑफ सक्सेस!
मौके पर विद्यार्थी के एक सवाल का जवाब देते हुए सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने बताया कि आर्ट ऑफ सक्सेस रिसर्च पद्धति द्वारा तैयार किया गया एक मोटिवेशनल कार्यक्रम है। यह कार्यक्रम मानव सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट प्रोग्राम के तहत तैयार किया गया है। आर्ट ऑफ सक्सेस के जरिए सिविल सेवा के क्षेत्र में ही नहीं बल्कि किसी भी क्षेत्र में सफल होने के लिए उत्तम साधन है! तारें ज़मीं पर फिल्म का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस फिल्म का वाक्य है हर बच्चा अद्भुत है और यह सच भी है। हर छात्र में अद्भुत प्रतिभा होती है, सिर्फ उसे पहचान कर सही दिशा देने की जरूरत होती है। ऐसे में उन सभी छात्र-छात्राओं के आर्ट ऑफ सक्सेस काफी मददगार साबित होता है।

सिविल सेवा देता है राष्ट्र सेवा का अवसर, बेहतर भविष्य और जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सीखने का मौका
सक्सेस गुरू ने कहा कि सिविल सेवा राष्ट्र की सेवा करने के साथ, अच्छा जीवन, करियर, भविष्य एवं विभिन्न क्षेत्रों से जुड़कर कार्य करने का मौका प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा की परीक्षा विद्वता की परीक्षा नहीं, बल्कि यह एप्टीट्यूड का टेस्ट है। छात्र-छात्राओं को अपने अंदर प्रशासनिक रवैया विकसित करना होगा और जो ऐसा करने में सफल होंगे, उन्हें सिविल सेवा की परीक्षा में सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने कहा कि अभ्यर्थी खुद पर विश्वास रखें। कोई खुद को कमजोर ना समझें। हिंदी, अंग्रेजी किसी भी माध्यम से तैयारी कर सफलता हासिल की जा सकती है। सक्सेस गुरू ने कहा कि चाणक्य आईएएस एकेडमी सिविल सेवा की तैयारी करने वाले अभ्यर्थियों के प्रति समर्पित है। झारखंड के धनबाद, रांची और हजारीबाग समेत देश के सभी 25 शाखाओं में अत्याधुनिक सुविधाएं, विषय विशेषज्ञ शिक्षकों, स्मार्ट क्लास रूम, आधुनिक लाइब्रेरी समेत सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराई गई है, जो अभ्यर्थियों के सफलता को आसान बनाता है।

बेहतर मार्गदर्शन दे रहा है चाणक्य आईएएस एकेडमी
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त मोटिवेशनल स्पीकर सक्सेस गुरू एके मिश्रा ने छात्र-छात्राओं से कहा कि हर छात्र आईएएस बनने की क्षमता है। उचित मार्गदर्शन, बेहतर सलाह और सही दिशा में समय का सदुपयोग करते हुए निरंतर प्रयास से यह लक्ष्य हासिल हो सकता है। सक्सेस गुरू ने कहा कि देश भर में चाणक्य आईएएस एकेडमी की 25 शाखाएं संचालित है। वहीं झारखंड में धनबाद, रांची और हजारीबाग में स्थित तीनों शाखाओं में अभ्यर्थियों के विशेष प्रावधान किए गए हैं। स्मार्ट क्लास रूम, आधुनिक लाइब्रेरी, अत्याधुनिक तकनीक, पढ़ाई के लिए अनुकूल वातावरण, दिल्ली के विषय विशेषज्ञों से कक्षाओं का संचालन समेत अभ्यर्थियों को हर वह सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है जो देश की राजधानी दिल्ली में अभ्यर्थियों को सुविधाएं मुहैया कराई जाती है। इसके पीछे एकमात्र वजह यह है कि सिविल सेवा के क्षेत्र में झारखंड को अव्वल पायदान पर देखना हमारा उद्देश्य है और यह उद्देश्य यहां के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की वजह से बहुत जल्द पूरा होने की उम्मीद साफ तौर पर मुझे नजर आती है। उन्होंने कहा कि चाणक्य आईएएस एकेडमी के 30 वर्षों के सफर में 5000 से भी अधिक अभ्यर्थियों ने तैयारी कर सफलता अर्जित की और बतौर आईएएस, आईपीएस, आईएफएस व अन्य क्षेत्रों में देश की सेवा में अपना अहम योगदान दे रहे हैं। साथ ही स्टेट पीसीएस में सफल अभ्यर्थियों की संख्या 5 गुना अधिक बढ़ जाती है।

09 बजे से ही न्यू टाउन हॉल विद्यार्थियों की जुटने लगी थी भीड़
चाणक्य आईएएस एकेडमी की ओर से आयोजित सक्सेस गुरू एके मिश्रा का आर्ट ऑफ सक्सेस सेमिनार रविवार को न्यू टाउन हॉल में 10:30 बजे से शुरू होना था, लेकिन सक्सेस गुरू एके मिश्रा की बातों को सुनने के लिए विद्यार्थी और आमलोग सुबह 9:00 बजे से ही न्यू टाउन हॉल पहुंचने लगे और सेमिनार शुरू होने से पहले बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की मौजूदगी हो गई, जो सक्सेस गुरू की बातें मोसलसल घंटों सुनते रहे।

दीप प्रज्ज्वलित कर सेमिनार की हुई शुरूआत
इससे पूर्व सेमिनार की शुरुआत सक्सेस गुरू एके मिश्रा, चाणक्य आईएएस एकेडमी के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा, जनरल मैनेजर रीमा मिश्रा व अन्य अतिथियों के हाथों दीप प्रज्ज्वलित कर सेमिनार की शुरुआत की गई। इस बीच विनय मिश्रा व रीमा मिश्रा ने सक्सेस गुरू व अन्य अतिथियों को बुके भेंट कर कार्यक्रम में स्वागत किया।

सक्सेस गुरू का प्रयास है, सुदूरवर्ती इलाकों के होनहार भी बने आईएएस:विनय मिश्रा
सेमिनार को चाणक्य आईएएस एकेडमी के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि सक्सेस गुरू का यह प्रयास है कि गांव और सूदूरवर्ती इलाकों से भी छात्र आईएएस बनें और इसके लिए संस्थान की ओर से जागरूकता कार्यक्रम भी चलाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि निर्धन मेधावी छात्र के लिए संस्थान में विशेष प्रावधान सक्सेस गुरू ने कर रखा है ताकि कोई होनहार अपने ख्वाबों से वंचित ना रह सके। इस बीच श्री मिश्रा ने एकेडमी के इतिहास और इसके स्वर्णिम उपलब्धियों से बड़ी संख्या में मौजूद छात्र-छात्राओं को रूबरू कराया।

विद्यार्थी हितों की रक्षा, चाणक्य आईएएस एकेडमी की प्राथमिकता : अनुराग मिश्रा
संस्थान के झारखंड समन्वयक अनुराग मिश्रा ने कहा कि चाणक्य आईएएस एकेडमी अपने स्थापना काल से ही विद्यार्थी हितों को प्राथमिकता दिया है। यही वजह है कि देश के सभी 25 शाखाएं समेत झारखंड के धनबाद, रांची और हजारीबाग के तीनों शाखाओं में दिल्ली से आए राष्ट्रीय स्तर के विषय विशेषज्ञों के माध्यम से कक्षाएं संचालित होती है। समय समय पर सक्सेस गुरू जैसे आला शख्सियत के मार्गदर्शन साथ साथ सभी जरूरी और आधुनिक सुविधाएं चाणक्य आईएएस एकेडमी में अभ्यर्थियों के लिए उपलब्ध कराई गई है। चाणक्य आईएएस एकेडमी में यूपीएससी व जेपीएससी के पीटी, मेंस व साक्षात्कार की संपूर्ण तैयारी कराई जाती है। यूपीएससी में 5000 से अधिक और स्टेट पीसीएस में 25000 से अधिक सफल विद्यार्थियों के आंकड़े संस्थान की सफलता दर्शाता है।

आर्ट ऑफ सक्सेस सेमिनार का सफल समापन
पहली बार धनबाद आए सक्सेस गुरू एके मिश्रा के आर्ट ऑफ सक्सेस सेमिनार में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों की मौजूदगी रही। सक्सेस गुरू बोलते रहे और घंटों मंत्रमुग्ध होकर विद्यार्थी सुनते रहे। सेमिनार में मुख्य रूप से चाणक्य आईएएस एकेडमी के वाइस प्रेसिडेंट विनय मिश्रा, जनरल मैनेजर रीमा मिश्रा, झारखंड हेड अभिनव मिश्रा, झारखंड समन्वयक अनुराग मिश्रा, धनबाद सेंटर हेड दयानंद मिश्रा, ऑपरेशनल हेड बलवंत दूबे सहित बड़ी संख्या में विद्यार्थी, अभिभावक, व्यवसायी, नौकरी पेशा समेत अन्य लोग शामिल थे। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में धनबाद शाखा के ऑपरेशनल हेड बलवंत दूबे, हजारीबाग शाखा के सेंटर हेड मोहन कुमार, राकेश कुमार, स्मिता, सत्यम, उज्जवल व चाणक्य आईएएस एकेडमी के धनबाद सेंटर के सभी शिक्षकों व कर्मियों के साथ साथ चाणक्य आईएएस एकेडमी परिवार का अहम योगदान रहा।

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