राज्य के सभी कुष्ठ रोग प्रभावितों के लिए पांच सूत्री मांग
DHANBAD | संपूर्ण झारखंड राज्य में 56 कुष्ठ ग्रसित कॉलोनीया है, एवं सिर्फ धनबाद जिले में 20 कॉलोनी है। जहां पर पानी, बिजली आवास जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं है इस संदर्भ को लेकर गुरुवार को रणधीर वर्मा चौक पर एकदिवसीय धरना दिया गया तथा कुष्ठ पीड़ितों द्वारा निम्नलिखित मांग पत्र प्रस्तुत किया गया। 1. झारखंड राज्य के सामाजिक सुरक्षा पेंशन, विधवा पेंशन, वृद्धा पेंशन, विकलांग पेंशन बंधुवा मजदूर पेंशन यानी सभी प्रकार के पेंशन को 1000 रुपया प्रति माह से बढ़ाकर 3500 रुपया प्रति माह किया जाए। 2. झारखंड राज्य के सभी कुष्ठ परिवारों को जो कुष्ठ कॉलोनी में रहते हैं, जिनके पास जमीन नहीं है उन्हें प्रधानमंत्री आवास मुहैया कराया जाए। 3-धनबाद जिला में बरमसिया कुष्ठ कॉलोनी निवासियों का डोकरा मौजा में मिले जमीन पर चार दिवारी एवं आवास का निर्माण अविलंब शुरू किया जाए एवं जिला के 12 कुष्ठ कॉलोनी में 380 परिवार जो अनि प्रभावित क्षेत्रों में बसी हुई है, उन परिवारों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के द्वारा आवास मुहैया किया जाए।4.राज्य में कुष्ठ प्रसित परिवारों के शिक्षित युवकों एवं युक्तियों को सरकारी नोकरी में आरक्षण का प्रावधान।5.राज्य में कुष्ठ ग्रसित परिवार जो कुष्ठ कॉलोनी में रहते हैं उनके बच्चों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनता है, प्रमाण पत्र बनाने का प्रबंध किया जाए।समिति के मुख्य संरक्षक डॉ. विनोद कुमार मंडल ने यह व्यक्त किया कि एक कुष्ठ रोगी जो अपनों से एवं समाज से बहिष्कृत हैं, इन्हें प्रतिदिन तिरस्कार झेलना पड़ता है इनके पांच सूत्री मांगों को सरकार यथा शीघ्र समाधान करना चाहिए।जिला से उपाध्यक्ष महेंद्र राय एवं सचिव सीताराम साह कुष्ठ रोगियों की मांग पूर्ति को यथाशीघ्र समाधान पर जोर दिया।समिति की संरक्षक नित्यानंद केसरी ने कहा कि यदि मांगों की पूर्ति नहीं होती है तो इस आंदोलन को राज्य स्तर पर ले जाएंगे। जहां पर राज्य के 56 कुष्ठ कॉलोनी के कुष्ठ रोगी रांची मुख्यालय पहुंचेंगे।अंतिम में धन्यवाद ज्ञापन समिति के जिला अध्यक्ष मौतेंद्र प्रसाद द्वारा दिया गया। इस धरना कार्यक्रम में अंजना मंडल, नवीन महतो, सुबोध दास, राहुल मांझी, रोहित, धीरजू एवं पार्वती मंडल का सराहनीय योगदान रहा।