Dhanbad News: वस्त्र मंत्रालय, भारत सरकार, कार्यालय विकास आयुक्त हस्तशिल्प के देवघर कार्यालय के तत्वावधान में धनबाद जिला अंतर्गत बलियापुर प्रखंड के कोराहिर ग्राम में आयोजित 25 दिवसीय डिज़ाइन विकास कार्यशाला का शनिवार 28 जून को सफल समापन हुआ। इस वर्कशॉप का आयोजन टेराकोटा शिल्प को नया स्वरूप देने और स्थानीय कारीगरों को आधुनिक डिज़ाइन तकनीकों से परिचित कराने के उद्देश्य से किया गया था।
इस कार्यक्रम में टेराकोटा शिल्प से जुड़े 30 से अधिक कारीगरों ने भाग लिया और डिज़ाइनर देवानंद राणा द्वारा पारंपरिक कला को नए आयाम देने के लिए उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने कई नवाचारी डिज़ाइनों एवं उत्पादों का निर्माण किया, जो बाज़ार की वर्तमान मांग के अनुरूप तैयार किए गए।
कार्यक्रम में हस्तशिल्प प्रशिक्षण अधिकारी विकास कुमार ने समापन समारोह के अवसर पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया और सभी कारीगरों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि ऐसी कार्यशालाएं न केवल शिल्प को जीवंत बनाए रखती हैं, बल्कि कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह की कार्यशालाओं के माध्यम से स्थानीय कला एवं संस्कृति को प्रोत्साहन मिलता है और यह प्रयास ‘वोकल फॉर लोकल’ के उद्देश्य को भी साकार करता है।
विभाग के अवर श्रेणी लिपिक विवेक कुमार ने योजनाओं की जानकारी साझा की और कारीगरों को इनका लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया। मौके पर मास्टर ट्रेनर अनंतराम सहित 30 प्रतिभागी हस्तशिल्पी मौजूद रहे।