Dhanbad News: झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार (झालसा) और प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार वीरेंद्र कुमार तिवारी के निर्देश पर अवर न्यायाधीश सह सचिव डालसा राकेश रोशन वृद्धाश्रम के निरीक्षण पर निकले थे। इसी दौरान उन्होंने सड़क पर बेसहारा अवस्था में पड़ी दो वृद्ध महिलाओं को देखा और तत्काल उनकी मदद का निर्णय लिया।
गंभीर हालत में मिलीं महिलाएं
सबलपुर वृद्धाश्रम के पास सड़क किनारे पड़ी इन महिलाओं को न्यायाधीश और उनके साथ एलएडीसीएस के डिप्टी चीफ अजय कुमार भट्ट ने देखा। नजदीक जाकर जानकारी मिली कि दोनों महिलाओं को उनके घरवालों ने घर से निकालकर यहां छोड़ दिया था। उनकी हालत बेहद गंभीर थी। दोनों के शरीर के पिछले हिस्से में गंभीर जख्म थे और उन पर कीड़े पड़ चुके थे।
तत्काल इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती
न्यायाधीश राकेश रोशन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए डालसा की एक टीम गठित की और प्रभारी अधीक्षक एसएनएमसीएच डॉ. यू. के. ओझा से संपर्क किया। दोनों महिलाओं को तुरंत रेस्क्यू कर अस्पताल के महिला वार्ड में भर्ती करवाया गया, जहां उनका इलाज शुरू हुआ।
संवेदनशीलता और न्यायप्रियता का उदाहरण
न्यायाधीश द्वारा दिखाई गई संवेदनशीलता और त्वरित कार्रवाई ने न केवल इन महिलाओं को नई जिंदगी दी, बल्कि समाज को भी एक महत्वपूर्ण संदेश दिया है। यह घटना बताती है कि न्याय व्यवस्था केवल कानून तक सीमित नहीं, बल्कि जरूरतमंदों की सहायता के लिए भी तत्पर है।