DHANBAD | रैयत विस्थापित संघर्ष मोर्चा के बैनर तले श्रमिक क्लब पुटकी में प्रेस वार्ता की गई. धनबाद के 12 क्षेत्र के रैयतों ने ज़मीन के बदले मुवावजा व नियोजन, फ़र्ज़ी मुक़दमा को समाप्त समाप्त करने व अन्य गंभीर मुद्दों पर चिंता प्रकट की.
प्रेस वार्ता में बताया गया कि 1970 से धनबाद के 12 क्षेत्रों के रैयतों को बीसीसीएल, कोयला मंत्रालय या कोल इंडिया ने ठगने का काम किया है. नई परियोजना में अधिकारियों के सामने फ़र्ज़ी ग्रामीणों को रख कर रैयतों को ठगा जाता है. 1970 में जो ज़मीन ली गई है, उसका कोई मुआवज़ा या एग्रीमेंट नहीं है. वेस्टेड एक्ट के आधार पर ज़मीन हड़प रही है. फ़र्ज़ी केस कर रैयतों को परेशान किया जा रहा या ठगा जाता है. रैयतों को मुआवज़ा व नियोजन मिलना चाहिए. झूठे केस वापस लेना चाहिए.
वार्ता में मंटू महतो के अलावा महेश तिवारी, पशुपतिनाथ देव, संजय सिन्हा, बासकीनाथ लाल, वकील महतो, धारों महतो, उमेश, दिलीप रवानी, कपूर महतो, विकास महतो, दिनेश महतो, प्रेम महतो, गया महतो, बिटु महतो, राजीव महतो, सुंदरी उरांव, संजय महतो व अन्य रेयत मौजूद थे.