राष्ट्रभक्त की जयंती के उपलक्ष्य में काव्य गोष्ठी
DHANBAD | आजादी के संघर्ष में शहीद भगत सिंह को सता लोलुपों ने हासिये पर रख कमतर आँका है, यह दुर्भाग्य है। यह कहना है सामाजिक साहित्यिक जागरुकता मंच के संस्थापक संजय सिंह चंदन का। धनबाद शहर के वास्तु विहार कॉलोनी में मौका था प्रबुद्ध साहित्यकारों की काव्य गोष्ठी शहीदे आजम भगत सिंह की। जयंती के उपलक्ष में वास्तु विहार कॉलोनी में आयोजित काव्य गोष्ठी का।यहां वरिष्ठ साहित्यकारा रत्ना वर्मा राज के अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में सामाजिक साहित्यिक जागरुकता मंच के संस्थापक संजय सिंह चंदन बतौर मुख्य अतिथि शामिल थे। इस अवसर पर अपनी विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बलिदानी भगत सिंह के देश प्रेम,उच्च स्तरीय लेखन,काव्य, साहित्य, सर्वस्व समर्पण के चिंतन हमे आज भी क्रांति के शंख नाद की प्रेरणा देते हैं।भगत सिंह जैसे देश भक्त का बलिदान प्रेरणा आजादी के आंदोलन में कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके चिंतन को आत्मसात करना ही सच्ची श्रद्धा सुमन है।कार्यक्रम की अध्यक्षता रत्ना वर्मा राज ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि शहीदे आजम भगत सिंह ऐसे क्रांतिकारी हुए जिनकी प्रेरणा से देश के उस काल खंड के युवा शक्ति ने जान हथेली में लेकर देश को जल्द आज़ाद कराने मे भूमिका निभाए।उनका बलिदान ब्यर्थ नहीं था। फिर रत्ना जी ने उनकी जीवनी पर जोरदार काव्य प्रस्तुति किया।
कार्यक्रम में डॉ. नीरा प्रसाद, पत्रकार उमेश तिवारी,उषा वर्मा,सुलेखा सिंह,नवीन कुमार झा,मीतू अग्रवाल, रोमी पाठक,अर्पिता वर्मा,खुशबु कुमारी आदि ने काव्य प्रस्तुति किया।