श्यामल चक्रवर्ती को कभी भुलाया नहीं जा सकता :आनंद महतो
केंद्र एवं राज्य सरकार का कर्तव्य शहीद का सम्मान दें : अरूप चटर्जी
श्यामल चक्रवर्ती की सम्मान की मांग निरंतर जारी रहेगा:प्रोफेसर काशीनाथ चटर्जी
धनबाद:बुधवार 3 जनवरी को शहीद श्यामल चक्रवर्ती स्मारक समिति एवं मार्क्सवादी युवा मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान में आई आई टी आई एस एम के पहला गेट पर शहीद श्यामल चक्रवर्ती की 33वां शहादत दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम शहीद श्यामल चक्रवर्ती की प्रतिमा में माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।उसके बाद श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया श्रद्धांजलि सभा कार्यक्रम की अध्यक्षता मासस के केंद्रीय अध्यक्ष सह पुर्व विधायक आनंद महतो ने की एवं संचालन मायुमो जिला अध्यक्ष पवन महतो ने की। मुख्य अतिथि मासस के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व विधायक अरूप चटर्जी एवं विशिष्ट अतिथि ज्ञान विज्ञान समिति के केंद्रीय महामंत्री प्रो. काशीनाथ चटर्जी थे। सभा को संबोधित करते हुए मासस के केंद्रीय अध्यक्ष सह पूर्व विधायक आनंद महतो ने कहा कि जन भागीदारी की कोई भी आवाज को रोक नहीं जा सकता है। आम जनता शहीद श्यामल चक्रवर्ती ने जो कोयलांचल में कार्य कर गए।उसे कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। उनके साहसिक लड़ाई इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। सरकार उनको सम्मान से वंचित रखा लेकिन धनबाद वासियों ने प्रत्येक वर्ष उनके शहादत दिवस पर श्रद्धांजलि देकर नागरिक सम्मान से सम्मानित करते आए हैं। जो आज भी शहीद श्यामल चक्रवर्ती की शहादत प्रासंगिक है। मुख्य अतिथि मासस के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व विधायक अरूप चटर्जी ने कहा कि शहीद श्यामल चक्रवर्ती के शहादत दिवस के दिन आम नागरिकों की भीड़ माल्यार्पण एवं श्रद्धांजलि सभा में लगती है।तमाम दलों के लोग उनको सम्मान देने से पीछे नहीं हटते हैं। यह बहुत कम लोगों को यह सम्मान मिलता है। उनकी शहादत को धनबाद की जनता कभी भी नहीं भूलेगी। देश के संपत्ति को लूटने से बचाने के लिए श्यामल चक्रवर्ती ने अपनी शहादत दी। केंद्र एवं राज्य सरकार का कर्त्तव्य बनता था कि उनको भी सम्मान दे, लेकिन इन 33 वर्षों में सरकार ने कभी भी पहल नहीं की। स्मारक समिति एवं मार्क्सवादी युवा मोर्चा लगातार कार्यक्रम कर उन्हें नागरिक सम्मान दिलाने में कभी भी पीछे नहीं हटा। यह देश हमारी है और देश की रक्षा करना हम सभी का कर्तव्य है। आगे भविष्य में भी शहीद श्यामल चक्रवर्ती को लोग दिल से याद करते रहेंगे और सरकार से मांग करते रहेंगे कि शहीद श्यामल चक्रवर्ती को सम्मान दे।विशिष्ट अतिथि ज्ञान विज्ञान समिति के महामंत्री सह स्मारक समिति के संरक्षक प्रो. काशीनाथ चटर्जी ने कहा आम जनता शहीद श्यामल चक्रवर्ती को सम्मान दे चुका है। सरकार सम्मान दे चाहे न दे। जब तक मानव सभ्यता रहेगा श्यामल चक्रवर्ती को जनता का दिल से सम्मान देता रहेगा। 33 वर्षों में देश में संकट बढ़ा है, बेरोजगारी बढ़ी है।लोगों में शोषण बढ़ा है। शिक्षा नीति लोगों में असमानता पैदा कर रहा है। ऐसी स्थिति में श्यामल चक्रवर्ती की शहादत को बार-बार मनाना पड़ेगा। कामरेड ए के राय ने शहीद रणधीर प्रसाद वर्मा की सम्मान देने का मांग लोकसभा में उठाया था। इसलिए ए के राय का नाम हमें बार-बार लेना होगा।उन्होंने ने भी श्यामल चक्रवर्ती की सम्मान देने की मांग को लेकर निरंतर संघर्ष करता रहा। स्मारक समिति भी लगातार संघर्ष कर रही हैं।श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से मासस के केंद्रीय महामंत्री हलधर महतो,सी पी एम के पूर्व राज्य सचिव गोपीकांत बक्शी,मासस के केंद्रीय सचिव हरिप्रसाद पप्पू, दिल मोहम्मद,मासस जिला अध्यक्ष बिंदा पासवान,स्मारक समिति के सचिव समीर गोस्वामी,महानगर अध्यक्ष रुस्तम अंसारी, मायुमो जिला सचिव राणा चटराज, आनंद मयी पाल,भाकपा माले के जिला सचिव कार्तिक हांड़ी,नकुल देव सिंह, राम कृष्णा पासवान,सुभाष चटर्जी, सुभाष सिंह, गणेश चौरसिया,आगम राम, टूटन मुखर्जी, शेख रहीम, डोरा मंडल,रेखा मंडल, खेदन महतो,जयदीप बनर्जी,कंसारी मंडल, मदन महतो,मोहम्मद अख्तर,फटीक चंद्र मंडल,विजय पासवान, नरेश पासवान, लालमोहन महतो,शिबू चक्रवर्ती,विश्वजीत राय, सुरेश पासवान, औरंगजेब खान,देवाशीष पासवान,भूषण महतो, भोला ताम्रकार, वेद प्रकाश सिंह,भगत राम महतो,तपन मांझी, नीलामय गोस्वामी, विवेक कुमार, राजेश बिरुआ,देवरंजन दास, मनीष यादव, हरे मुरारी महतो,अजय महतो,आर बी महतो,सत्यनारायण सिंह,हिमांशु मंडल, मुक्तेश्वर महतो, औरधेन्दु दत्ता,मुक्तेश्वर महतो, भगतराम महतो, सुखलाल महतो,मुमताज अंसारी,अखिलेश महतो, वापीन घोष,काशीनाथ मंडल,आदि शामिल थे। धनबाद सांसद पी एन सिंह ,पूर्व सांसद प्रोफेसर रीता वर्मा,विधायक राज सिन्हा,भाजपा नेत्री रागिनी सिंह,चंद्रशेखर अग्रवाल,विजय झा,मिल्टन पार्थ सारथी आदि ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।