Dhanbad Viral News: मंडप छोड़ प्रेमी संग भागी दुल्हन, मंदिर में रचाई शादी

मंडप छोड़ प्रेमी संग भागी दुल्हन

मंडप छोड़ प्रेमी संग भागी दुल्हन

Dhanbad Viral News: अरमानों से सजाया गया था मंडप, लेकिन दूल्हे को देख बदल गया लड़की का मन

Dhanbad Viral News: झारखंड के Dhanbad Love Marriage Case में एक अनोखी प्रेम कहानी ने पारंपरिक सामाजिक ढांचे को चुनौती दी है। टुंडी थाना क्षेत्र के कदैया पंचायत में एक युवती ने अपनी शादी के दिन घर पर खड़ी बारात छोड़ दी और अपने प्रेमी संग मंदिर में शादी कर ली। इस घटना ने इलाके में हलचल मचा दी है और सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रही है।

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वर्षों पुराना प्रेम, लेकिन तय की गई शादी किसी और से

जानकारी के अनुसार, लक्ष्मी कुमारी नामक युवती का अपने ही गांव के एक युवक से वर्षों से प्रेम संबंध था। लेकिन लड़की के पिता ने बिना उसकी सहमति के कहीं और उसका विवाह तय कर दिया। जब लड़की को यह पता चला कि उसका विवाह एक ऐसे युवक से हो रहा है जिसे वह पसंद नहीं करती, तो उसने साहसिक निर्णय लेते हुए प्रेमी के साथ फरार होकर मंदिर में विवाह कर लिया।

गया से पकड़े गए प्रेमी युगल, लेकिन पिता ने अपनाने से किया इनकार

लड़की के पिता ने बेटी के घर से गायब होने की शिकायत टुंडी थाना में दर्ज करवाई। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दोनों को बिहार के गया से बरामद कर लिया और थाने लाई। लेकिन जब पुलिस ने परिजनों को सूचित किया, तो लड़की के पिता ने बेटी को अपनाने से इनकार कर दिया।

प्रेमी परिवार ने अपनाया, समाज की मौजूदगी में मंदिर में हुई शादी

पुलिस ने इसके बाद लड़की को प्रेमी के परिजनों को सौंप दिया, जिन्होंने खुशी-खुशी उसे बहू के रूप में स्वीकार किया। स्थानीय मुखिया की मौजूदगी में दोनों की शादी मंदिर में सम्पन्न कराई गई। नवविवाहित जोड़े ने बताया कि वे एक-दूसरे से प्यार करते हैं और अब शादी करके बहुत खुश हैं। मुखिया ने भी पुष्टि की कि समाज के लोगों की सहमति से यह विवाह संपन्न हुआ और लड़की को सम्मानजनक स्थान दिया गया।

निष्कर्ष

Dhanbad Love Marriage Case समाज के बदलते दृष्टिकोण और युवाओं की प्राथमिकताओं को उजागर करता है, जहां प्रेम को सामाजिक बंधनों से ऊपर रखा जा रहा है। हालांकि, यह घटना पारंपरिक सोच और नई पीढ़ी के विचारों के बीच टकराव को भी दर्शाती है। परिवार के विरोध के बावजूद, प्रेमी जोड़े का एक-दूसरे के साथ खड़ा रहना और समाज से स्वीकार्यता पाना एक सकारात्मक संकेत है कि प्यार के रिश्तों को भी अब सामाजिक मान्यता मिलने लगी है।