Dol Utsav 2025 : धनबाद के चंदन स्टूडियो द्वारा सप्तम वर्ष पश्चिम बंगाल, शांतिनिकेतन की तर्ज पर राजेंद्र सरोवर पार्क, बेकार बांध में होली से पूर्व ‘दोल उत्सव’ का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बंगाली संस्कृति की पारंपरिक विरासत को जीवंत रूप से प्रस्तुत करना था।
शांतिनिकेतन की झलक ‘बसंत उत्सव’ में

‘दोल उत्सव’ में पश्चिम बंगाल के विश्वभारती विश्वविद्यालय, शांतिनिकेतन में मनाए जाने वाले रवींद्र संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झलक देखने को मिली। इस उत्सव को ‘बसंती होली’ या ‘बसंत उत्सव’ के रूप में भी जाना जाता है, जहां रंगों और संगीत के संग प्राकृतिक और पारंपरिक तरीके से होली का आनंद लिया जाता है।
गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति
इस रंगारंग उत्सव में कई गणमान्य अतिथियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल रहे:
✔ धनबाद के निवर्तमान महापौर – चंद्रशेखर अग्रवाल एवं उनकी पत्नी वीणा अग्रवाल
✔ बीबीएमकेयू के आर्ट एंड कल्चर विभाग की अध्यक्ष – ताप्ती चक्रवर्ती
✔ दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल – डॉ. सरिता सिंहा
✔ बंगाली वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष – अतुल गुप्ता
✔ झारखंड बांग्ला भाषा उन्नयन समिति की रीना मंडल
✔ सिंबायोसिस पब्लिक स्कूल के निदेशक – आशीष मंडल
रंगों और संगीत के संग उत्सव की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के पारंपरिक स्वागत से हुई, जहां बच्चों ने फूल एवं हर्बल गुलाल अर्पित किए। इस दौरान, कुमकुम बनर्जी एवं उनकी टीम ने रवींद्र संगीत “ओरे गृहोबासी” की शानदार प्रस्तुति दी। इसके बाद सभी प्रतिभागियों ने राजेंद्र सरोवर पार्क की परिक्रमा की।
इस सांस्कृतिक आयोजन में लगभग 600 महिलाएं, पुरुष और बच्चे शामिल हुए। महिलाएं और बच्चे पीली साड़ी में पलाश और गेंदे के फूलों की सजावट के साथ हर्बल गुलाल खेलते हुए पारंपरिक आनंद ले रहे थे। जिले के विभिन्न नृत्य विद्यालयों की छात्राओं ने बसंत ऋतु पर आधारित रवींद्र नृत्य प्रस्तुत किए, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
प्रतिष्ठित सांस्कृतिक संस्थानों की भागीदारी
इस भव्य उत्सव में धनबाद के प्रतिष्ठित नृत्य एवं सांस्कृतिक संस्थानों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
✅ सांस्कृतिक शिक्षण केंद्र, सरायढेला
✅ गुरु सूर नृत्य संगम
✅ सास्वती सेन डांस अकैडमी, झरिया
✅ साधना डांस एवं जुंबा स्टूडियो, कार्मिक नगर
✅ साधना डांस अकैडमी
✅ नृत्यांजलि, भूइफोड़
✅ शारदा नृत्य एवं संगीत अकादमी
✅ कविता आचार्य डांस ग्रुप
✅ लोकनाथ कला केंद्र, गांधी रोड
लकी ड्रा और पुरस्कार वितरण
कार्यक्रम के दौरान लकी ड्रा का आयोजन भी किया गया, जिसमें विजेताओं को मुख्य अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। इस पहल ने उत्सव में शामिल लोगों का उत्साह और अधिक बढ़ा दिया।
कार्यक्रम का समापन – सामूहिक नृत्य और संगीतमय माहौल
मंच संचालन पंपा पाल और उर्मिला ने किया। कार्यक्रम के समापन में कुशन सेनगुप्ता के रवींद्र संगीत “रांगिए दिये जाओ” की धुन पर सभी टीमों एवं अतिथियों ने सामूहिक नृत्य प्रस्तुत किया।
सफल आयोजन में प्रमुख योगदानकर्ताओं की भूमिका
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में चंदन स्टूडियो की प्रोडक्शन टीम समेत कई प्रमुख लोगों का योगदान रहा:
🎭 प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर – आरती साव, झूम, संपा सरकार, काकूली, संजय सेनगुप्ता, दीपा, तनु, संतोष सील, गौरव मोदक, संतोष दास, दिलीप, झरना, महुआ, अनन्या, प्रिया, सानिया, सृंजिनी, शताक्षी
🎥 चंदन स्टूडियो की टीम – राजकुमार, मनोज, अमित और विनोद
चंदन स्टूडियो जल्द करेगा वीडियो रिलीज
इस उत्सव की यादगार झलकियां जल्द ही चंदन स्टूडियो अपने फेसबुक और यूट्यूब पेज पर रिलीज करेगा, जिससे जो लोग इस रंगारंग उत्सव का हिस्सा नहीं बन सके, वे भी इस सांस्कृतिक आयोजन का आनंद उठा सकें।
💠 ‘दोल उत्सव’ न केवल रंगों का त्यौहार है, बल्कि यह बंगाली संस्कृति, रवींद्र संगीत और सांस्कृतिक समृद्धि का भी उत्सव है, जो समाज में भाईचारे और सौहार्द्र को बढ़ावा देता है। 💠