अवैध कोयला खनन में दबे मजदूरों को लेकर सांसद ने डीसी धनबाद को भेजा पत्र, मानवता की मिसाल बने सीपी चौधरी
Giridih MP CP Choudhary Emotional Letter | बाघमारा के केशरगढ़ जमुनिया नदी किनारे अवैध कोयला खनन स्थल पर हुए भयानक हादसे के पांच दिन बीत जाने के बावजूद कोई मजदूर अब तक नहीं मिल पाया है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है, लेकिन अब तक कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है। इसी बीच गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने एक भावुक पत्र लिखकर सबका ध्यान खींचा है।
उन्होंने धनबाद डीसी को पत्र भेजकर एनडीआरएफ (NDRF) की टीम द्वारा चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्य को रोकने की किसी भी संभावना पर गहरी चिंता जताई और खर्च का वहन अपने सांसद निधि से करने की बात कहते हुए इसे हर हाल में जारी रखने की अपील की है।
“यह सिर्फ हादसा नहीं, इंसानियत की परीक्षा है” – सांसद का भावनात्मक निवेदन

पत्र में सांसद ने लिखा है कि इस भीषण दुर्घटना में दबे हुए मजदूरों के शवों को निकालने की ज़िम्मेदारी सिर्फ प्रशासनिक नहीं, बल्कि मानवता का कर्तव्य भी है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि प्रशासन संसाधनों के अभाव में राहत कार्य रोकता है, तो वे झारखंड हाई कोर्ट में रिट याचिका दाखिल करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

सांसद ने आग्रह किया कि सभी जरूरी संसाधन जुटाए जाएं और यदि किसी तरह की लागत आती है, तो वह पूरी राशि खुद वहन करेंगे। उन्होंने आगे लिखा – “मेरा यह निर्णय मृतकों के शवों के अंतिम संस्कार के लिए जनहित में है।”
जमीन पर चल रही NDRF की चुनौतीपूर्ण मेहनत
घटनास्थल पर 33 सदस्यीय एनडीआरएफ टीम लगातार JCB मशीनों की मदद से खुदाई कर रही है। पास ही बह रही जमुनिया नदी का बढ़ता जलस्तर और अवैध खनन के असंगठित सुरंगें रेस्क्यू टीम के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई हैं। बावजूद इसके, राहत कार्य का हर पल अनमोल है क्योंकि मजदूरों की ज़िंदगी या शव तक पहुंचना अब एक जिम्मेदारी बन चुकी है।
