Gurunank Jyanti || रविवार, 17 नवंबर को कतरास गुरुद्वारा साहिब में महान श्रद्धा और सामूहिक उत्साह के साथ धन-धन श्री गुरु नानक देव जी महाराज का पवित्र प्रकाश पर्व आयोजित किया गया। इस शुभ अवसर पर सात दिवसीय प्रभातफेरी का समापन हुआ, जो इस विशेष दिन की गरिमा को और बढ़ाने हेतु प्रारंभ की गई थी।
गुरुद्वारा साहिब में निशान साहिब का चोला बदलने की विधि संपन्न हुई, जो सिख परंपराओं का महत्वपूर्ण अंग है। शाम के समय कीर्तन दरबार का आयोजन किया गया, जिसमें गुरुघर के ग्रंथी सिंह परमेश्वर सिंह जी ने शब्द कीर्तन द्वारा संगत को आध्यात्मिक आनंद प्रदान किया। स्त्री सत्संग जत्था ने भी गुरु महाराज के जस गान से संगत को मंत्रमुग्ध किया।
दीवान सभा में सहज पाठ का समापन हुआ, जिसके उपरांत “सरबत के भले” की सामूहिक अरदास की गई। गुरु महाराज के हुक्मनामे के पश्चात संगत के बीच कड़ा प्रसाद और लंगर का वितरण किया गया, जिसमें हर समाज के लोगों ने समान भाव से भाग लिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में हरभजन सिंह, दर्शन सिंह, इंदर सिंह, सोनी सिंह, चरण सिंह, बलबीर सिंह, किरपाल सिंह, बलजीत सिंह, स्वर्ण सिंह, काकू सिंह, गुरदीप सिंह, रीता अरोड़ा, जगीर कौर, बलजीत कौर, गुरप्रीत कौर, कलविंदर कौर, रूपा कौर, जसविंदर कौर, श्वेता कौर और निधि कौर ने विशेष योगदान दिया।
इस आयोजन ने सिख समुदाय की संगठित भावना और गुरु नानक देव जी के शिक्षाओं के प्रति उनकी निष्ठा को जीवंत रूप से प्रदर्शित किया।