ICAR के शताब्दी समारोह | 21वीं सदी में भी किसानों को करना पड़ रहा है चुनौतियों का सामना: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू

ICAR के शताब्दी समारोह | राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिनों के झारखंड दौरे पर गुरुवार शाम रांची पहुंचीं। शुक्रवार को वे ICAR के शताब्दी समारोह में शामिल हुईं। इसके साथ ही राजभवन में मूर्ति गार्डन का उद्घाटन भी किया। ICAR के शताब्दी समारोह में शामिल राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि कृषि का काम काफी चुनौती भरा है। 21वीं सदी में भी किसानों को चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। किसान के सामने खाद्य और पोषण सुरक्षा को बनाए रखना, संसाधनों का सतत इस्तेमाल और जलवायु परिवर्तन जैसी तीन अहम चुनौतियां हैं। उन्होंने कहा कि कृषि कार्य के दौरान जो अपशिष्ट बच जाते हैं, हम उनका भी इस्तेमाल कर सकते हैं। उसे प्रोसेस कर उपयोगी तथा मूल्यवान वस्तुएं बनाई जा सकती हैं। इससे पर्यावरण का संरक्षण होगा। साथ ही किसानों की आय भी बढ़ेगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने परिकल्पित झारखंड के स्वतंत्रता सेनानियों की प्रतिमाओं से सुसज्जित ‘मूर्ति गार्डेन’ का भी उद्घाटन किया। इस दौरान राजभवन में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार भी मौजूद रहे। बता दें कि राजभवन परिसर के गार्डन में जिन वीर शहीदों की प्रतिमाएं लगाई गई हैं, उसमें नीलांबर-पीतांबर, तेलंगा खड़िया, गया मुंडा, वीर बुद्ध भगत, सिद्धो-कान्हू, टाना भगत, दिवा किशुन और अल्बर्ट एक्का के साथ-साथ स्वामी विवेकानंद हैं। कांसा-पीतल से अलग-अलग मुद्राओं में निर्मित सभी प्रतिभाएं 6 से 8 फीट ऊंची हैं। इस गार्डन की परिकल्पना राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ही की थी, जब वह झारखंड की राज्यपाल थीं। ICAR के शताब्दी समारोह के दौरान तीन पत्रिका का लोकार्पण किया गया। इसमें लक्ष्य 2024, विजन 2047 और 100 सालों की उत्कृष्ट पुस्तक शामिल हैं। इसके साथ ही उत्पादन, तकनीकी स्थानांतरण और मलेरिया की दवा बनाने को लेकर निजी स्तर की भागीदारी के लिए चार एमओयू भी साइन किए जाएंगे।

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