India Pakistan Defence Ministers Together | Security Diplomacy Amid Tensions
India-Pakistan Defence Ministers Meeting: न कोई बातचीत, न कोई अभिवादन, लेकिन साझा मंच पर दिखे दोनों देशों के शीर्ष रक्षा अधिकारी
India-Pakistan Defence Ministers Meeting: भारत और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद पहली बार किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर आमने-सामने नजर आए। हालांकि, दोनों के बीच न तो कोई संवाद हुआ और न ही औपचारिक मुलाकात, लेकिन सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस दृश्य के कई कूटनीतिक मायने हो सकते हैं।
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) रक्षा मंत्रियों की बैठक में आमने-सामने
यह मुलाकात नहीं, बल्कि एक संयोग था, जब भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ रूस के उफा शहर में आयोजित SCO डिफेंस मिनिस्टर्स मीटिंग के हॉल में एक साथ दिखाई दिए। दोनों ही नेता बैठक में अपने-अपने राष्ट्रीय हितों को लेकर गंभीर दिखाई दिए, लेकिन पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले की छाया इस मंच पर भी नजर आई।
आतंकवाद पर भारत का सख्त रुख
भारत ने इस बैठक में स्पष्ट शब्दों में कहा कि आतंकवाद और उसकी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को खत्म करना SCO जैसे संगठनों की प्राथमिकता होनी चाहिए। राजनाथ सिंह ने अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान को घेरते हुए कहा कि “आतंक का समर्थन करने वाले देशों की जवाबदेही तय होनी चाहिए।”
पाकिस्तानी मंत्री की चुप्पी ने खींचा ध्यान
वहीं पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इस मुद्दे पर किसी प्रतिक्रिया से परहेज़ किया, जो विश्लेषकों के मुताबिक एक रणनीतिक मौन था। हालांकि, उन्होंने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की बात दोहराई, लेकिन आतंकवाद जैसे गंभीर विषय पर उनका चुप रहना चर्चा का विषय बन गया।
Conclusion
दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों की यह “मौन भेंट” इस बात का संकेत है कि राजनयिक तनाव चरम पर है, लेकिन संवाद के सभी रास्ते बंद नहीं हुए हैं। आने वाले दिनों में अगर कूटनीति की बर्फ पिघलती है, तो यह बैठक एक अहम संकेतक साबित हो सकती है।