NEW DELHI | फिलिस्तीनी समूह हमास द्वारा शनिवार को एक आश्चर्यजनक भूमि-समुद्र-हवाई हमले के बाद इजरायल में अराजकता फैल गई है. इसके कारण इजरायल में भारत के राज्यसभा सांसद डॉ. वानवेइरॉय; खारलुखी, उनकी पत्नी और बेटी समेत कई भारतीय फंस गए हैं. सूत्रों ने यह जानकारी दी है. इन सभी को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय विदेश मंत्रालय प्रयास कर रहा है. मेघालय में सत्तारूढ़ नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के वरिष्ठ सदस्य डॉ. खारलुखी और पूर्वोत्तर राज्य के 24 अन्य मूल निवासी, जो तीर्थयात्रा के लिए यरूशलेम गए थे, ये सभी वहां फंस गए हैं. तेजी से बढ़ती हिंसा के कारण बेथलहम में हालत तनावपूर्ण हैं.मिस्र स्थित भारतीय मिशन द्वारा सुरक्षित निकासी की तैयारी मेघालय के मुख्यमंत्री और एनपीपी प्रमुख कॉनराड संगमा ने कहा कि वह उनकी सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय (एमईए) के संपर्क में हैं. सूत्रों के मुताबिक, उन्हें रविवार को मिस्र स्थित भारतीय मिशन द्वारा निकाला जा सकता है. इजरायल और फिलिस्तीन में भारतीय दूतावासों ने भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर उनसे संपर्क करने को कहा है, क्योंकि हमास और इजरायल के बीच युद्ध में अब तक 500 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है.
हमास के हमले में अब तक 600 से अधिक लोगों की मौत, इस्राइल के पलटवार से गाजा में 300 की गई जान
हमास के चरमपंथियों ने शनिवार को एक प्रमुख यहूदी अवकाश के दौरान इजराइल पर अप्रत्याशित हमला कर दिया, जिसमें 600 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोगों को बंधक बना लिया गया। जवाबी कार्रवाई में इजराइल ने भी गाजा पट्टी में हवाई हमले शुरू किए। वहीं, इस्राइल की ओर से पलटवार में गाजा पट्टी से करीब 300 मौतों की बातें सामने आ रही हैं। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास ‘‘ऐसी कीमत चुकाएगा, जिसके बारे में उसने कभी सोचा भी नहीं होगा।” इस बीच अमेरिका-भारत समेत कई देशों ने इस आतंकी हमले की निंदा की है।इजराइली नागरिकों तथा सैनिकों की हत्या की बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, हमास ने गाजा पट्टी पर एक सीमा बाड़ को विस्फोटकों से उड़ा दिया और उसके बाहर 22 स्थानों में घुसकर हमला किया। कई स्थानों पर वे घंटों तक घूमते रहे और इजराइली नागरिकों तथा सैनिकों की हत्या की। हमास चरमपंथियों और इजराइली सुरक्षाबलों के बीच मध्यरात्रि के बाद भी मुठभेड़ जारी रही। चरमपंथियों ने दो कस्बों में लोगों को बंधक बना रखा है, जबकि एक अन्य कस्बे में एक पुलिस थाने पर कब्जा कर लिया है।