Israel-Hamas Conflict: खौफ और दर्द से भरे दिन खत्म, परिवार में लौटी खुशी
Israel-Hamas Conflict: 471 दिनों तक हमास की कैद में रहने के बाद तीन इस्राइली महिलाएं आखिरकार अपने घर लौट आईं। उनकी रिहाई के साथ उनके परिवारों में खुशी और भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा। इन तीनों महिलाओं में 24 वर्षीय रोमी गोनेन, 28 वर्षीय ब्रिटिश-इस्राइली एमिली दामारी और 31 वर्षीय पशु चिकित्सा नर्स डोरोन स्टीनब्रेच शामिल हैं।
रोमी गोनेन: नृत्य से जुड़े सपने खौफ में बदले
24 साल की रोमी गोनेन, जो इस्राइल के उत्तर में केफर वेराडिम की रहने वाली हैं, नृत्य की शौकीन थीं। उन्होंने 12 साल तक नृत्य सीखा और कोरियोग्राफर बन गईं। 7 अक्टूबर 2023 को नोवा उत्सव के दौरान, हमास के हमले में उन्हें बंधक बना लिया गया। उस दिन सायरन बजने के बाद रोमी ने अपने परिवार को फोन किया था। उनकी मां ने फोन पर गोलियों की आवाजें और अरबी में चिल्लाने की ध्वनि सुनी थी।
एमिली दामारी: मां का इंतजार और दर्द
ब्रिटिश-इस्राइली नागरिक एमिली दामारी को हमास ने किबुत्ज केफर अजा से अगवा किया था। उनकी रिहाई के बाद, जब एमिली घर पहुंचीं, तो उनकी मां मैंडी ने उन्हें गले लगाकर रोते हुए कहा, “मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मेरी बेटी घर आ गई है।” उनके परिवार ने कहा कि 471 दिनों का समय बेहद कठिन था, लेकिन उनकी रिहाई के 24 घंटों का इंतजार उससे भी अधिक कठिन था।
डोरोन स्टीनब्रेच: पशु प्रेम से भरा जीवन और कैद की पीड़ा
31 वर्षीय डोरोन स्टीनब्रेच को उनके अपार्टमेंट से अगवा किया गया था। डोरोन ने थिएटर और फिल्म की पढ़ाई की थी, लेकिन जानवरों के प्रति उनके प्रेम ने उन्हें पशु चिकित्सा नर्स बना दिया। उनकी बहन यामित ने एक साल पहले उन्हें एक खत लिखा था, जिसमें उन्हें “सनशाइन” कहकर संबोधित किया गया था। डोरोन की रिहाई के बाद उनके परिवार ने राहत की सांस ली।
रिहाई के बाद परिवारों का भावनात्मक क्षण
रविवार को जब इन तीनों महिलाओं की रिहाई हुई, तो उनके परिवारों की आंखें खुशी और भावनाओं से भर आईं। एमिली की मां मैंडी, रोमी के माता-पिता, और डोरोन की बहन यामित ने उन पलों को कभी न भूलने वाला बताया।
हमास और इस्राइल समझौते के बाद मिली राहत
हमास और इस्राइल के बीच हुए समझौते के बाद इन महिलाओं को रिहा किया गया। यह रिहाई न केवल इन परिवारों के लिए बल्कि पूरे इस्राइल के लिए उम्मीद और राहत लेकर आई।