Jharkhand Assembly Election 2024 || नामांकन दाखिल करने जा रहे प्रत्याशी के संग उमड़ा जनसैलाब
कतरास (बाघमारा): समाजवादी पार्टी के बैनर तले बाघमारा विधानसभा क्षेत्र से चुनावी रण में उतरने वाले ऊर्जावान और कर्मठ प्रत्याशी सूरज महतो ने सोमवार, 28 अक्तूबर को भारी समर्थन के बीच नामांकन दाखिल किया। हजारों महिला और पुरुष समर्थकों के साथ धनबाद समाहरणालय में करीब तीन बजे पहुंचे श्री महतो ने अपने नामांकन की प्रक्रिया पूरी की, जिसमें सभी प्रस्तावक भी मौजूद रहे।
सोमवार को निर्दलीय सहित कई दलों के प्रत्याशियों ने भी नामांकन दाखिल किया, जिससे धनबाद का पूरा शहर मानो एक ठहराव में आ गया। वाहनों की लंबी कतारों से भरे चारों ओर की सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई। 8 लेन नवाडीह स्थित बिरसा मुंडा पार्क के पास पहुंचे श्री महतो का काफिला भारी जाम में फंस गया, जिसके बाद वे और उनके समर्थक पैदल ही समाहरणालय की ओर बढ़े। इस दौरान समर्थकों में अद्वितीय जोश और उत्साह देखने को मिला, जिन्होंने “बाघमारा का विधायक कैसा हो, सूरज महतो जैसा हो” जैसे नारों से माहौल गूंजा दिया। समर्थकों ने श्री महतो को फूल मालाओं से स्वागत किया और उनके प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।
नामांकन दाखिल करने के पश्चात श्री महतो ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि वह बाघमारा की जनता के अधूरे सपनों को साकार करने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं। बीते 25 वर्षों में हुए धोखों और झूठे वादों से जनता हताश हो चुकी है। पूर्व जनप्रतिनिधियों द्वारा की गई झूठी घोषणाओं के बारे में उन्होंने कहा कि इस बार बाघमारा की जनता को सपनों के सौदागरों से सावधान रहना चाहिए। उन्होंने जनता से एक मौका देने की प्रार्थना करते हुए आश्वासन दिया कि वह दिन-रात उनकी सेवा के लिए समर्पित रहेंगे।
सूरज महतो ने अपने बयान में यह भी कहा कि इस बार उन्हें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव और शीर्ष नेतृत्व का भरोसा प्राप्त हुआ है, जिसे वह किसी भी कीमत पर टूटने नहीं देंगे। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस बार वे प्रचंड मतों से विजयी होकर विधानसभा में समाजवादी पार्टी का परचम लहराएंगे।
बाघमारा के युवा वर्ग को संबोधित करते हुए उन्होंने भूख, भय और भ्रष्टाचार को जड़ से समाप्त करने का आह्वान किया और बाहर राज्यों में पलायन कर रहे नौजवानों को घर वापसी एवं स्थानीय बेरोजगारों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में सहयोग देने का अनुरोध किया। अपने चुनाव चिह्न, साइकिल का प्रतीक स्वरूप, उन्होंने समाहरणालय तक की यात्रा साइकिल पर तय की, और उनके काफिले में सैकड़ों की संख्या में छोटे-बड़े वाहन, समर्थकों से भरे हुए, समाहरणालय तक उनका साथ देते रहे।