KATRAS | अहिंसा के मार्गों पर चलकर ही की जा सकती है बेहतर समाज का निर्माण:सूरज महतो

कतरास में दो दिवसीय महर्षि दयानंद सरस्वती ज्ञान ज्योति महोत्सव संपन्न

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KATRAS | महर्षि दयानंद सरस्वती के 200 वीं जयंती पर डीएवी प्लस टू उच्च विद्यालय कतरासगढ़ परिसर में आयोजित दो दिवसीय महर्षि दयानंद सरस्वती ज्ञान महोत्सव सह आर्य महासम्मेलन संपन्न हो गया. दूसरे दिन रविवार को सांगठनिक सत्र का आयोजन किया गया. सत्र में कई बिंदु पर हम चर्चा की गई. जिसमे आर्य समाज के नियमों का प्रचार-प्रसार करने, संगठन को आगे बढ़ाने तथा इसके विस्तार पर जोर दिया. आर्य समाज एवं गुरुकुल के माध्यम से युवाओं को जोड़ने की बात कही गई. इसमें विभिन्न स्थानो से आये प्रतिनिधियों ने भाग लिया. आर्य समाज कतरास के संयोजक सह सचिव डॉ मृणाल ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती द्वारा स्थापित आर्य समाज से देश की वे विभूतियाँ जुड़ी, जिन्होंने भारतीय इतिहास और साहित्य संस्कृति के निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाई. वही जनशक्ति दल के सुप्रीमो सूरज महतो ने महर्षि दयानंद सरस्वती के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा उनके बताए सत्य और अहिंसा के मार्गों पर चलकर ही बेहतर समाज की कल्पना की जा सकती है. महर्षि दयानंद सरस्वती ने न केवल आर्य समाज के संस्थापक थे. बल्कि सैकड़ो विद्यालय का ही निर्माण किया. बच्चों में बेहतर संस्कार देने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने हमेशा समाज को एक नई दिशा दी. हमेशा समाज के उन्नति और प्रगति पर चिंतन करते रहते थे. आज के युग में वैसे महान व्यक्ति बहुत कम जन्म लेते हैं. मौके पर आर्य समाज कतरास के सचिव  डॉ मृणाल, पूर्णचंद्र आर्य, वरुण बिहारी, काशीनाथ जायसवाल, सूरजदेव चौधरी, सत्यप्रकाश आर्य, पंकज कुमार मंडल आर्य, फिरोज रजा, डॉ उमाशंकर सिंह, राजेंद्र् प्रसाद राजा,  अधिवक्ता अमित भगत, जयदेव बनर्जी, प्रभात मिश्रा, मनबोध स्वर्णकार, उपेंद्र राय, मिथिलेश लाल कर्ण, महादेव चटर्जी, निमाई मुखर्जी, राजकुमार प्रमाणिक, जयेश चावड़ा, मनोज गुप्ता, सोनु शर्मा, उमेश ऋषि, रविंद्र विजन, वाईके पाठक, सुरेश शर्मा, आदि के अलावा दर्जनों लोग उपस्थित थे.कार्यक्रम में इप्टा कलाकार बिष्णु कुमार तथा नासिर खान ने गीत प्रस्तुत किया.

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