
RANCHI | मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अबुआ वीर दिशोम अभियान का सोमवार को आगाज कर दिया। इस कार्यक्रम में डीसी और डीएफओ मौजूद रहे। हेमंत सोरेन ने नगाड़ा बजाकर इस कार्यक्रम की शुरुआत की। इस अभियान में ग्राम सभा की अहम भूमिका होगी। इस अभियान के आगाज के बाद ग्रामीण स्तर पर वनाधिकार समिति का गठन किया जायेगा। राज्य में 30 हजार से अधिक ग्राम सभा है। हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा आयोजित वन अधिकार अधिनियम, 2006 के अंतर्गत ‘अबुआ बीर अबुआ दिशोम अभियान’ के शुभारम्भ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, वन अधिकार अधिनियम के लागू हुए लगभग 17 से 18 वर्ष होने जा रहे हैं, परंतु झारखंड में इस अधिनियम की गंभीरता को दृष्टिगत नहीं रखा गया बल्कि पूरी तरह नजरअंदाज किया गया था। कई चुनौतियों के बाद आज हमारी सरकार वन अधिकार अधिनियम को एक मुहिम के तौर पर शुरू कर रही है। इस मुहिम के तहत राज्य के वन क्षेत्रों में निवास करने वाले आदिवासी एवं मूलवासी समुदायों के बीच बड़ी संख्या में वनपट्टा का वितरण करने का लक्ष्य रखा गया है।