कतरास में दूध के दाम बढ़े: पशु आहार की बढ़ती लागत और प्रशासनिक परेशानियों पर जताई गई गहरी चिंता
कतरास में दूध के दाम बढ़े: मालगोदाम दुर्गा मंडप परिसर में हुई बैठक, महंगाई बनी मुख्य विषय
कतरास में दूध के दाम बढ़े: कतरास में बुधवार को कतरास दुग्ध विक्रेता संघ की एक अहम बैठक मालगोदाम दुर्गा मंडप के पास आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता श्री भगवान यादव ने की। इस बैठक में महंगाई के बढ़ते प्रभाव, विशेष रूप से पशु आहार की लागत में निरंतर वृद्धि पर गहन चिंता व्यक्त की गई। दुग्ध उत्पादकों की आर्थिक स्थिति पर गंभीर मंथन के बाद दूध और दुग्ध उत्पादों की दरों में संशोधन का निर्णय लिया गया।
दूध, खोवा और पनीर के बढ़े दाम, नई दरें घोषित
संघ ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अब गाय का दूध 70 रुपये प्रति लीटर और भैंस का दूध 75 रुपये प्रति लीटर की दर से बेचा जाएगा। इसके अलावा, खोवा की कीमत 260 रुपये प्रति किलो और पनीर की कीमत 340 रुपये प्रति किलो तय की गई है। वक्ताओं का कहना था कि मौजूदा दरों पर दूध बेचने से पशुपालकों के लिए घर चलाना बेहद कठिन हो गया है।
दुग्ध व्यवसाय में आ रही प्रशासनिक बाधाओं पर असंतोष
बैठक में यह भी उजागर किया गया कि दुधारू पशुओं को लाने-ले जाने के दौरान कई बार पुलिस और कुछ संगठनों द्वारा अनावश्यक रूप से परेशान किया जाता है, जिससे पशुपालकों में भय और असहयोग की भावना उत्पन्न हो रही है। संघ ने इस मुद्दे को भी प्रमुखता से उठाया और इसे दुग्ध व्यवसाय के लिए एक बड़ी बाधा बताया।
उपायुक्त से मिलेगा प्रतिनिधिमंडल, उठाएगा समस्याएं
कतरास में दूध के दाम बढ़े इस निर्णय के साथ ही दुग्ध विक्रेता संघ ने ऐलान किया कि जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल धनबाद के उपायुक्त से मिलकर पशुपालकों की समस्याओं और प्रशासनिक अवरोधों से उन्हें अवगत कराएगा। संघ ने स्पष्ट किया कि यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो वे चरणबद्ध आंदोलन पर भी विचार करेंगे।
निष्कर्ष
कतरास में दूध के दाम बढ़े यह फैसला केवल मूल्य वृद्धि नहीं बल्कि दुग्ध उत्पादकों की कठिनाइयों को उजागर करने का प्रयास है। महंगाई, प्रशासनिक समस्याएं और पशुपालन की चुनौतियों के बीच यह कदम आत्मनिर्भरता और सम्मानजनक जीवन जीने की ओर एक आवश्यक प्रयास है।