Labour Day Celebration in Keshulpur Colliery | ऐतिहासिक दिन पर मजदूरों ने फहराया लाल झंडा
Labour Day Celebration in Keshulpur Colliery | पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 1 मई 2025 को बिहार कोलियरी कामगार यूनियन (BCKU) द्वारा कतरास केशलपुर कोलियरी में भव्य रूप से मजदूर दिवस (Labour Day Celebration) मनाया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में मजदूर एकत्र हुए और जोश के साथ लाल झंडा फहराया गया। कार्यक्रम का आयोजन मजदूरों के हक और अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया था।
हलधर महतो ने मजदूर दिवस के ऐतिहासिक महत्व को बताया
सभा को संबोधित करते हुए बीसीकेयू के केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य हलधर महतो ने कहा कि मजदूर दिवस श्रमिक वर्ग के संघर्षों और उपलब्धियों की याद दिलाता है। उन्होंने बताया कि 1 मई को ही दुनिया भर में मजदूरों के लिए “8 घंटे काम, 8 घंटे आराम और 8 घंटे मनोरंजन” का सिद्धांत लागू हुआ था, जो मजदूर आंदोलन की ऐतिहासिक जीत का प्रतीक है।
मजदूरों के अधिकारों पर मंडरा रहा है निजीकरण का खतरा
हलधर महतो ने चेताया कि वर्तमान समय में सरकार की नीतियों के चलते मजदूरों के हक और अधिकारों को खत्म करने की साजिश रची जा रही है। खासकर निजीकरण की नीतियों ने मजदूरों की सुरक्षा, स्थायित्व और सम्मान को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि आज जरूरत है कि मजदूर फिर से संगठित हों और अपने अधिकारों की लड़ाई को तेज करें।
लाल झंडे के नेतृत्व में एकजुटता का आह्वान
सभा के दौरान हलधर महतो ने जोर देकर कहा कि अब समय आ गया है कि देश के मजदूर, किसान, छात्र और नौजवान लाल झंडे के नेतृत्व में एकजुट हों। उन्होंने ‘दुनिया के मजदूर एक हो’, ‘भारतीय एकता जिंदाबाद’ जैसे नारों के माध्यम से देशभर में एकता और संघर्ष की भावना को दोबारा जीवित करने का आह्वान किया।
निष्कर्ष
मजदूर दिवस 2025: संघर्ष, चेतना और एकजुटता का प्रतीक
कतरास केशलपुर कोलियरी में मनाया गया मजदूर दिवस केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि मजदूर वर्ग की आवाज़ और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए उठाया गया एक सशक्त कदम था। इस दिन ने मजदूरों को उनके इतिहास की याद दिलाई और भविष्य की लड़ाइयों के लिए संगठित रहने की प्रेरणा दी।