नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन की घोषणा अगले कुछ दिनों में हो सकती है। आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी इस बात के स्पष्ट संकेत दे दिए हैं। चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जब उनसे कांग्रेस के साथ गठबंधन के बारे में सवाल किया गया तो केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कई सारे राउंड की चर्चा हो चुकी है और बाकी चीजें अंतिम स्टेज तक पहुंच चुकी है। बातचीत अब एडवांस स्टेज पर है और जल्द ही गठबंधन को लेकर घोषणा हो सकती है। इससे पहले बीते रविवार को भी अरविंद केजरीवाल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के घर पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिले थे और गठबंधन को लेकर काफी महत्वपूर्ण चर्चा भी हुई थी। आप सूत्रों का कहना है कि पंजाब व दिल्ली में दोनों पार्टियां अलग- अलग लड़ने की तैयारी कर रही हैं लेकिन दिल्ली समेत कई राज्यों में अभी बातचीत चल रही है। दिल्ली में आम आदमी पार्टी कांग्रेस को कितनी सीटें देगी, यह बहुत कुछ दूसरे राज्यों पर भी निर्भर करेगा। चंडीगढ़ मेयर चुनाव में जीत के बाद अब यह लोकसभा सीट भी अहम हो गई है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी हरियाणा और गुजरात को लेकर भी बातचीत कर रही है। बातचीत के कई सारे राउंड हो चुके हैं। आप नेताओं का कहना है कि काफी अच्छी बातचीत चल रही है। दिल्ली समेत कई राज्यों को लेकर हो रही बातचीत अब एडवांस स्टेज पर है। जल्द ही गठबंधन को लेकर घोषणा हो सकती है। पंजाब में बीजेपी और अकाली दल के बीच गठबंधन को लेकर चर्चाएं चल रही है। अगर यह गठबंधन होता है तो क्या आप और कांग्रेस पंजाब में भी अपनी रणनीति बदलेगी, इसके बारे में आप नेताओं का कहना है कि पंजाब में जीत की रणनीति पर ही काम किया जा रहा है। अभी दोनों राज्यों की स्टेट यूनिट अलग- अलग चुनाव लड़ने की तैयारी में है। जहां तक दिल्ली की बात है तो दिल्ली में अभी सीट शेयरिंग का कोई भी फॉर्मूला अंतिम नहीं हुआ है। बेशक आप के वरिष्ठ नेता ने कुछ दिन पहले कांग्रेस को एक सीट देने की बात कही थी लेकिन ऐसा नहीं है कि यही फॉर्मूला होगा। कांग्रेस को कितनी सीटें मिलेंगी, इसको लेकर बातचीत चल रही है। दिल्ली के साथ- साथ दूसरे राज्यों में भी बातचीत चल रही है।
Related Posts
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड की कार्रवाई, भगोड़े कारोबारी विजय माल्या पर भारतीय बाजारों में तीन सालों तक प्रवेश करने पर लगाई रोक
सेबी ने कहा कि माल्या ने अपनी पहचान छिपाकर मैटरहॉर्न वेंचर्स नाम की एफपीआई कंपनी के जरिए निवेश किया, जो भारतीय कंपनियों के शेयरधारकों के हित के खिलाफ था। सेबी के आदेश के अनुसार इस एफपीआई कंपनी का इस्तेमाल हरबर्टसन्स और यूनाइटेड स्पिरिट्स (USL) जैसी शराब कंपनियों के शेयरों में लेन-देन के लिए किया गया। सेबी ने पाया कि मैटरहॉर्न वेंचर्स के पास हरबर्टसन्स के 9.98 प्रतिशत शेयर थे, जो वास्तव में प्रमोटर श्रेणी के थे और पूरी तरह से माल्या द्वारा फंडेड थे।
NEW DELHI | पीएम मोदी आज करेंगे RAPIDX ट्रेन कॉरिडोर का उद्घाटन
NEW DELHI | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को दिल्ली-मेरठ RRTS रैपिडेक्स (RAPIDX) रेल के उद्घाटन को लेकर गाजियाबाद पहुंचेंगे. यहां…
NEW DELHI | केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगा विपक्ष
NEW DELHI | संसद के मानसून सत्र का आज पांचवां दिन है। विपक्ष केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगा।…