Atal Ghat Construction Under Namami Gange: 10.5 करोड़ की लागत से बन रहा अत्याधुनिक घाट, बनारस के घाटों जैसी मिलेगी सुविधा
Namami Gange Project in Bihar: 29 जून 2025 — बिहार अब केवल कृषि और राजनीति के लिए नहीं, बल्कि आध्यात्मिक पर्यटन और गंगा तटों के सौंदर्यीकरण के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। नमामि गंगे परियोजना के तहत बिहार के छपरा जिले के ऐतिहासिक रामघाट को नया रूप दिया जा रहा है, जहां अटल घाट का निर्माण कार्य जोरों पर चल रहा है। इस घाट को बनारस के प्रसिद्ध घाटों की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है, जिससे आने वाले समय में यह क्षेत्र धार्मिक और पर्यटन के केंद्र के रूप में उभरेगा।
10.5 करोड़ की लागत से बन रहा अत्याधुनिक घाट
इस परियोजना पर करीब साढ़े 10 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं, जो इसे बिहार के चुनिंदा विकसित घाटों में शामिल करेगा। घाट पर श्रद्धालुओं के लिए पक्की सीढ़ियां, बैठने की सुविधा, सोलर लाइटिंग, घाट सफाई की आधुनिक व्यवस्था, चेंजिंग रूम और स्नानगृह आदि सुविधाएं तैयार की जा रही हैं। इससे छपरा और आसपास के जिलों के लोग धार्मिक अनुष्ठानों, स्नान व त्योहारों के समय एक सुरक्षित और स्वच्छ घाट का उपयोग कर सकेंगे।
बनारस के घाटों जैसी मिलेगी अनुभूति
जब भी भारत में घाटों की बात होती है, बनारस का नाम सबसे पहले आता है। लेकिन अब बिहार के छपरा स्थित रामघाट पर भी अटल घाट के रूप में एक वैसा ही अनुभव मिलने की उम्मीद है। यह घाट न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनेगा, बल्कि युवाओं और पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा।
स्थानीय लोगों में खुशी और गर्व
अटल घाट के निर्माण को लेकर स्थानीय लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। लोग मानते हैं कि इससे छपरा की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर और मजबूत होगी। नमामि गंगे अभियान के तहत गंगा किनारे के घाटों का संरक्षण और विकास एक बड़ा कदम है, जो पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक धरोहर को संजोने में सहायक होगा।